घर में दीपक जलाना एक प्राचीन और प्रसिद्ध परंपरा है जो हिन्दू धर्म में महत्वपूर्ण मानी जाती है। यह अद्भुत रौशनी न सिर्फ अंधकार को दूर करती है,
बल्कि यह भाग्यशाली और शुभ समय की सूचना भी देती है। इस लेख में हम बात करेंगे कि घर में किस चीज का दीपक जलाना चाहिए यह शुभ भी माना जाता है और इसे आप कैसे अपने जीवन में शामिल कर शुभ बना सकते हैं।
घर में किस चीज का दीपक जलाना शुभ माना जाता है: एक अद्भुत प्रयोग
घर को आपसी समझ और प्रेम का केंद्र माना जाता है। इसलिए, वहाँ के माहौल को शुभ और सकारात्मक बनाना बहुत महत्वपूर्ण है।
दीपक जलाना घर की शुद्धता, प्रकाश और सुख-शांति का प्रतीक होता है। इसके लिए विभिन्न चीजों का इस्तेमाल किया जाता है, जिनमें से कुछ हैं:
1. घी का दीपक (Ghee Diya): घी का दीपक बहुत ही प्रसिद्ध है और यह शुभता और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। यह आपके घर में स्वच्छ और प्रभावशाली ऊर्जा को संचालित करता है।
घी का दीपक दुर्गा पूजा, दीपावली, नवरात्रि, और अन्य पूजा पर्वों में विशेष रूप से जलाया जाता है।
2. तिल का तेल का दीपक (Til Tel Diya): तिल का तेल का दीपक शांति और सुख की प्रतीक होता है। यह मां काली और लक्ष्मी के आदिष्ठान रूप में प्रयोग किया जाता है।
तिल का तेल आपके घर में नकारात्मक ऊर्जा को दूर करके प्रभावी और सकारात्मक ऊर्जा को समर्पित करता है।
3. देसी घी का दीपक (Desi Ghee Diya): देसी घी का दीपक घर की पवित्रता और सुख-शांति के प्रतीक के रूप में जाना जाता है।
यह प्राकृतिक और पवित्र ऊर्जा को आत्मसात करता है और नकारात्मकता को दूर करता है। देसी घी का दीपक शुभता और समृद्धि का प्रतीक भी होता है।
घर में किस चीज का दीपक जलाना चाहिए: FAQ
1. घर में किस चीज का दीपक जलाना कितनी बार करना चाहिए?
दीपक जलाने की संख्या पर कोई निश्चित नियम नहीं है। यह आपकी प्राथमिकता और आपके आदर्शों पर निर्भर करेगा। कुछ लोग इसे शाम को एक बार जलाना पसंद करते हैं,
जबकि कुछ लोग इसे सुबह-शाम दो बार जलाते हैं। आप अपने आप के अनुसार इसे नियमित रूप से जला सकते हैं।
2. क्या हम घर के अलावा किसी और स्थान पर भी दीपक जला सकते हैं?
जी हाँ, आप घर के अलावा भी दीपक जला सकते हैं। आप पूजा स्थल, मंदिर, द्वार, आदि जगहों पर दीपक जला सकते हैं। आप यात्रा के दौरान भी दीपक जला सकते हैं और इसे अपने धार्मिक आदर्शों के अनुसार प्रयोग कर सकते हैं।
3. क्या हम केवल तेल के दीपक ही जला सकते हैं?
नहीं, आप केवल तेल के दीपक ही नहीं, बल्कि घी के दीपक या देसी घी के दीपक भी जला सकते हैं। यह आपकी पसंद और आदर्शों पर निर्भर करेगा। आपको उपयुक्त मान्यताओं और धार्मिक परंपराओं के अनुसार चुनने की सलाह दी जाती है।
4. दीपक जलाने का वैज्ञानिक कारण क्या है?
वैज्ञानिक रूप से, दीपक जलाने का कारण प्रकाश की उत्पत्ति है। जब हम दीपक को जलाते हैं, तब तेल या घी, प्रकाश के स्रोत के रूप में कार्य करता है। जब इसे जलाया जाता है, तो वह धीरे-धीरे गर्म होता है और प्रकाश की ऊर्जा उत्पन्न करता है। यह प्रकाश आपके घर में शुभता और सकारात्मकता की भावना को बढ़ाता है।
5. क्या दीपक जलाने से फायदे होते हैं?
हाँ, दीपक जलाने से कई फायदे होते हैं। यह मानसिक शांति और ध्यान को बढ़ाता है। यह घर में प्रकाश की ऊर्जा को बढ़ाता है और नकारात्मकता को दूर करता है। इसके साथ ही, दीपक जलाने से घर की वातावरण में शुद्धता और सकारात्मक ऊर्जा का आनंद लिया जा सकता है।
निष्कर्ष
दीपक जलाने की परंपरा हिन्दू धर्म में बहुत महत्वपूर्ण है। इसका उद्देश्य घर को शुभ, प्रकाशमय और सकारात्मक ऊर्जा से भरना होता है।
घर में किस चीज का दीपक जलाना चाहिए? विषय बहुत महत्वपूर्ण है, और दीपक जलाना शुभ भी माना जाता है आप अपने आदर्शों, विश्वासों और पसंद के अनुसार उपयुक्त में से चयन कर सकते हैं, यह आपके घर को सकारात्मकता, शांति और सुख के साथ भर देता है।
ध्यान रखें, दीपक जलाने के दौरान सावधानी रखें और जलने या जलाने वाली सामग्री के साथ सुरक्षित रूप से व्यवहार करें।
इसके अलावा, अपनी प्राथमिकताओं और आदर्शों के आधार पर दीपक के रूप में उपयुक्त प्रकाश स्रोत का चयन करें।
आज हम बात करने जा रहे हैं Dr. Reckeweg कंपनी द्वारा बनाए गए एक R37 Homeopathic Medicine के बारे में जो कि Intestinal colic drops नाम से भी आता है,
और आप लोगों के आंतों के अंदर अगर दर्द हो रहे हैं और पाचनतंत्र से संबंधित किसी भी भाग में अगर कोई दिक्कत है और उसकी वजह से आप लोगों को दर्द हो रहे हैं और पेट के अंदर आप दर्द महसूस कर रहे हो।
जब आप Homeopathic R37 Medicine का उपयोग कर सकते हैं आंतों के अंदर दर्द या कोई प्रॉब्लम होने का कारण लिवर हो सकता है या अपचन भी हो सकता है,
तो ये जो दवा है ये ओवरऑल आप लोगों के पूरे पाचनतंत्र काम करती है, और आप लोगों के दर्द को दूर भगाने में मदद करती है।
साथ ही जो आप लोगों की शिकायतें हैं उनको दूर करती है तो आज उस लेख में हम जानेंगें कि कौन कौन से लक्षण में ये काम आती है और कौन कौन सी Homeopathic Medicine है जो इसके अंदर डाली हुई है?
और साथ ही जान कि R37 Homeopathic Medicineखुराक ( Doses ) जो है वो कितनी होनी चाहिए और कौन लोग R37 Homeopathic Medicine कितना Doses के अंदर ले सकते है।
ये जो लेख है ये आपलोगों की जानकारी (knowledge purpose) के लिए है, इनको आप अपना नुस्का नहीं समझे और खुद से दवाई लेके इलाज बिल्कुल भी नहीं करे
क्योंकि कई बार उत्तेजना हो जाती है, गलत Medicine या गलत Doses ले लेने पर तो अपने डॉक्टर से जरूर पूछताछ कर ले कि आप लोगों को कौन सी दवा लेनी चाहिए और कौन सी नहीं?
R37 में कौन-कौन सी Homeopathic Medicine है और उनका लक्षण और उपयोग
आइए जानते हैं कि कौन कौन सी Homeopathic Medicine है जो R37 Homeopathic Medicine अंदर दी गई है और वो कौन कौन से लक्षण में उपयोग की जाती है।
सबसे पहले इसके अंदर डाली हुई है Alumina एक ऐसी Homeopathic Medicine है जो की कब्ज के समय पे उपयोग होती है।
अगर आप लोगों को पचन की समस्या है और आपको कौन कब्ज हो गया हो है और आप लोगों के जो स्टूल है वो गांठ ( नली ) के अंदर धीरे धीरे करके पास हो रहे हो और आप लोगों को काफी दर्द रहता हो पेट के अंदर ।
तब आप इस दवा का इस्तेमाल करते हैं जो कि Homeopathic R37 Medicine के अंदर भी दी हुई है ।
और इसमें दूसरा Medicine डली हुई है, ब्रायनिया यह भी जो है वो कब्ज़ के लिए उपयोग की जाती है।
बहुत बार आप लोगों को कब्ज़ होने की वजह से जो है दर्द महसूस होता है, पेट में दर्द रहना शुरू करता है तब आप इस दवा का सेवन कर सकते हैं और R37 Homeopathic Medicine के अंदर जो डाली हुई है।
और इसमें तीसरी Medicine डली हुई है Colocynthis जो है अगर आप लोगों को उतार-चढ़ाव ज्यादा हो रही हो, गैस बन रही हो
उसकी वजह से दर्द महसूस हो रहा हो तब आप इस दवा का उपयोग करते है और साथ ही अगर आप लोगों को आंतों में ऐंठन हम हो रहे हैं
और आपके पेट के अंदर आप लोगों को दर्द महसूस हो रहा है तब आप इस दवा को लेकर अपने दर्द में आराम पा सकते हैं, जो कि R37 Homeopathic Medicine के अंदर डाली हुई है।
इसमें चौथी Medicine डली हुई है Lachesis जो है वो भी आप लोगों के पाचन तंत्र पे काम करती है और दर्द को दूर रखने में मदद करती है।
अगली Medicine डाली हुई है, lycopodium जो है वो आपके पाचन तंत्र पे बहुत अच्छे से काम करती है।
अगर आप लोगों को गैस बन रही हो, उतार चढ़ाव बार बार हो रहा हो, साथ ही आपका पेट जो है वो फैल गया हो, फूला हुआ हो गया हो, ऐसे स्थिति में लाइकोपोडियम का इस्तेमाल किया जाता है।
जो लोग ज्यादा खा लेते है या मीठा ज्यादा खा लेने पर जिन लोगों के पेट की शिकायतें बढ़ जाती है, उनको लाइकोपोडियम दिया जाता हैं ।
और अगर जिन लोगों को इन सब कारणों की वजह से पेट में दर्द रहता हो तब वो लाइकोपोडियम का इस्तेमाल कर सकते हैं और अपने दर्द में आराम पा सकते हैं, जो की R37 Homeopathic Medicine के अंदर डाली हुई है।
इसमें अगली Medicine डाली हुई है, mercurius जो कि अगर आप लोगों के पेट के अंदर स्पास्म हो रहा है और उसकी वजह से आप लोगों को क्रैम्प्स पड़ते हो, दर्द होता हो तब आप इस दवा का उपयोग करते है।
ये दवा लेने से आप लोगों का दर्द ठीक हो जाएगा और R37 Homeopathic Medicine के अंदर ये डाली हुई है।
इसमें अगली Medicine डाली हुई है Plumbum aceticum जो कि अगर आपके पेट के अंदर दर्द हो रहा है और दर्द इतना ज्यादा है
कि अगर आप लोग हाथ भी लगाए अपने पेट को, पेट को टच करें तो वो बहुत ज्यादा सेन्सिटिव हो और आप लोगों को दर्द शुरू हो जाए।
साथ ही आप लोगों को क्रॉनिक डायरिया की शिकायत रहती हो तब आप इस दवा का सेवन करते हैं, Plumbum aceticum और R37 Homeopathic Medicine के अंदर ये डाली हुई है।
इसमें अगली Medicine डाली हुई है Sulphur जो कि R37 Homeopathic Medicine में डाली है,
ये कब्ज़ को दूर करने में मदद करती है और साथ ही जिन लोगो को स्किन के सिम्पटम्स भी आते हैं और कब्ज़ रहता हो ऐसे लोग इसका सेवन करें तो उनके सिम्पटम्स ठीक हो जाएंगे।
और अगर आप लोगों के पेट के अंदर सूजन आ रही है, आपके पेट के अंदर सूजन बताई हो तब आप इस दवा का सेवन कर सकते हैं जो की Hemopathic R37 Medicine के अंदर डाली हुई है।
R37 Hemopathic Medicine का खुराक़ (doses)
आइए अब जान लेते हैं कि इस दवा R37 Homeopathic Medicine खुराक़ (doses) क्या होनी चाहिए। अगर आप लोगों को ये सारे सिम्पटम्स आ रहे हैं तब आप इसका सेवन कर सकते हैं, आप दिन में तीन बार इस दवा को ले सकते हैं।
एक टाइम पे 10 से 15 बूँदें आप एक चौथाई कप पानी में डालकर ले सकते हैं, तीन बार इसका सेवन कर सकते हैं और अपने डॉक्टर से पूछकर ही ये दवा का इस्तेमाल करें।
FAQ
गैस और कब्ज के लिए होम्योपैथिक दवा
गैस और कब्ज के लिए R37 होम्योपैथिक दवा सबसे अच्छा और असरदार माना जाता है ज्यादा जानकारी के लिए आर्टिकल पढ़े
सुबह पेट साफ करने की होम्योपैथिक दवा
R37 Homeopathic दवा पेट को साफ करने के लिए और पेट के संबंधित किसी भी समस्या के लिए बहुत ही अच्छा और कारगर होता है
पुरानी कब्ज के लिए होम्योपैथिक दवा
किसी भी प्रकार का कब्ज, किसी भी प्रकार का पेट के संबंधित रोग परेशानी R37 Homeopathic दवा से ठीक हो जाते हैं
अंडा फटने के बाद कितने दिन हम गर्भवती प्राप्त करने की कोशिश कर सकते हैं?
आज इस लेख में हम जानेगे कि अंडा फटने के बाद कितने दिन हम गर्भवती प्राप्त करने की कोशिश कर सकते हैं? ऐसा बिल्कुल भी नहीं है कि जीस दिन ही आपका अंडा फटना होता है।
तो उसी दिन ही आप रिलेशन में रहेंगे तो ही जाकर आप प्रेग्नेंट हो सकेंगे, क्योंकि आपका जब अंडा फटता है यानी कि जिस दिन भी फटता है, वो फटा अंडा आपके शरीर में लगभग 12 से लेकर 24 घंटे तक जीवित रहता है
तो अगर इस दौरान उसको स्पर्म मिल जाता है तो तब भी जाकर फर्टिलाइजेशन संभव होता है और तभी जाकर आप प्रेग्नेंट हो सकता है।
लेकिन आपका जो पार्टनर का स्पर्म है वो आपके शरीर में लगभग 5 दिन तक जीवित रह सकता है यानी की सर्वाइव कर सकता है, इसलिए अगर आप आपके एवल्यूशन के 5 दिन पहले भी रिलेशन में रहते हैं तो भी आपके पार्टनर का जो कोशिका है
वो आपके रीप्रडक्टिव ट्रैक में मौजूद होता है। तो जब भी आपका ओवुलेशन होता है तो वो तुरंत ही आकर आपके एक को फर्टिलाइजेशन करने में समर्थ होता है, तो इसीलिए के 5 दिन के पहले ओव्यूलेशन के दिन और ओव्यूलेशन के एक 2 दिन बाद तक हर दिन या फिर हर दूसरे दिन अगर आप रिलेशन में रहते हैं
तो ज्यादातर चान्स ये होता है कि आपका पार्टनर का स्पर्म या फिर कोशिका आपके रीप्रडक्टिव ट्रैक में मौजूद हो क्योंकि रफली हम कैलकुलेट करते है की आपका ऑब्लिगेशन 14 से 16 डे पर होता है।
लेकिन एग्ज़ैक्ट्ली हम ऐसा नहीं बोल सकते हैं कि कब आपका अंडा फटता है, लेकिन जब भी अंडा फटा होगा वो 12 से लेकर 24 घंटे तक सर्वाइव करेगा। तो इसीलिए अगर के 5 दिन के पहले और एक 2 दिन के बाद आप कन्टिन्यूसली रिलेशन में रहे
तो आपके रिलेटिव ट्रैक में आपका पार्टनर का कोशिका या फिर स्पर्म, ऑलवेज अवेलेबल रहेगा तो जब भी आपका ओव्यूलेशन होगा या फिर अंडा फटा होगा तुरंत ही वो फर्टिलाइजेशन हो सकता है।
इसलिए ओव्यूलेशन दिन के 5 दिन पहले और ओवेशन दिन और ओव्यूलेशन दिन के बाद 1-2 दिन इस छह 7 दिन को हम fertile window या फिर fertile days बोलते है।
और जेनरली ये आपके पीरियड के दसवें दिन से लेकर 20 वें दिन में ही होता है, तो अगर आप जल्द से जल्द प्रेग्नेंट होना चाहते हैं तो आपके पीरियड का स्टार्टिंग दिन को पहला दिन मान कर चलें
और आपके पीरियड के दसवें दिन से लेकर 20 दिन तक हर एक दूसरे दिन रिलेशन में रहे तो आपका प्रेग्नेंट होने का चान्सेस बहुत गुना बढ़ जाएगा।
अगर आपको लगता है कि अपने रिलेशन में सही वक्त पर रहे हैं फिर भी आप प्रेग्नेंट नहीं हुए हैं तो आप अपने नजदीकी जानकर डॉक्टर से जरूर दिखाएं और सलाह जरूर ले, धन्यवाद ।
अंडा फटने के बाद कितने दिन हम गर्भवती प्राप्त करने की कोशिश कर सकते हैं
हेलो, आज इस लेख में मैं आपको बताने वाला हूं कि पीरियड के कितने दिन बाद अंडा रिलीज होता है या आसान शब्दों में बोले तो अंडा फटने के बाद कितने दिन हम गर्भवती प्राप्त करने की कोशिश कर सकते हैं ।
बहुत सारे महिलाएं प्रेग्नेंसी के लिए try करते हैं और वो प्रेग्नेंट होने के लिए रिलेशन में भी रहते हैं, लेकिन काफी लंबे समय तक try करने के बाद भी वो प्रेग्नेंट नहीं हो पाते हैं ।
और उनके प्रेग्नेंट ना होने के पीछे एक अहम बजाये है कि वो ये नहीं जानते हैं कि महीने के कौन से दिनों में उनको रिलेशन रखना है, क्यों कि एक महिला का मासिक चक्र में कुछ ऐसे पर्टिकुलर दिन होते हैं अगर उन्हीं दिनों में एक महिला रिलेशन में रहती है।
तो ही जाकर वो प्रेग्नेंट हो सकती है जिन दिनों को की हम fertile window बोलते हैं या फिर fertile days बोलते है।
जेनरली हर महिला का जो पीरियड साइकल लेंथ हैं वो डिफरेंट होता है, लेकिन अगर एक महिला का जो पीरियड साइकल लेंथ वो 28 से लेकर 32 दिन होता है तो उसे हम नोर्मल्ली मानते हैं,
और ये जो मासिक चक्र हम पीरियड के पहले दिन से ही गिनते हैं, अगर आपका पीरियड साइकल लेंथ 28 से लेकर 32 दिन में आता है तो आपका जो वैल्यूएशन यानी की आपका जो एक egg rupture (अंडा का फटना) 14 से लेकर 16 दिन के अंदर ही होता है।
अगर आप का पीरियड थोड़ा सा इरेग्युलर है यानी की 1-2 दिनदिन ऊपर नीचे हो जाता है तो आप ऐसे कैलकुलेट कर सकते हैं जैसे कि आपका नेक्सट ड्यू डेट से जस्ट 14 डेज़ पहले ही आपका egg rupture होता है।
तो आप चाहे तो इन दोनों में आप रिलेशनशिप बना सकते हैं शायद मैंने जो कैलकुलेशन आपको बताए वह आपको समझ आ गए होंगे नहीं आते हैं तो आप अपने नजदीकी जानकार डॉक्टर से सलाह जरूर ले ।
अगर आपके घर में छिपकली दिखाई देती है तो समझ लीजिए ये काम होने वाला है
घर में छिपकली दिखाना आम बात है अगर आप घर में कीड़े मकोड़े मारने वाले दवाइयां का इस्तेमाल करते हैं तो शायद आपके घर में छिपकली ना हो, क्योंकि छिपकली इस घर में वास करती है जिस घर में कीड़े मकोड़े हो।
अगर आपके घर में छिपकली दिखाई देती है तो इसका देखना ना ही शुभ होता है ना ही अशुभ होता है, घर में छिपकली देखना आम बात है अगर आपको छिपकली के अलावा कोई ऐसी जीव दिखती है जो बहुत ही दुर्लभ, देखना वह बहुत कम दिखती है।
तो इस स्थिति में आप अपने आप को लकी मान सकते हैं अगर आप जीव से लाभ पाना चाहते हैं तो आप किसी भी जीव का देखभाल करें आपको उनका लाभ जरूर मिलेगा।
या फिर ऐसे जीव का देखभाल कर सकते हैं जो हमारे ईश्वर ( भगवान ) की सवारी हो, जिनको हमारे धार्मिक ग्रंथो में शुभ माना गया ऐसे जीवों का देखभाल करना बहुत ही शुभ होता है।
जहां तक बात रही छिपकली की, छिपकली घर में रहने से आपके घर मे उपस्थित जहरेली कीड़े मकोड़े खत्म करती है उन्हें खा जाती है बहुत सी ऐसी कीट पतंग होते हैं जो आपके शरीर में टच होते फुहारा, सूजन हो जाता है, ऐसे जीव को छिपकलियों का जाती है और आपको इनसे मुक्ति दिलाती है।
छिपकली को घर से भगाने के लिए क्या करें?
अगर आपको ऐसा लगता है कि आपके घर में कोई कीड़े मकोड़े नहीं है फिर भी छिपकली है उसे भागना चाहते हैं तो आप इसके लिए किसी भी दवाई या स्प्रे का इस्तेमाल कर सकती हैं ।
हम आपके लिए सबसे बेहतर और बढ़िया स्प्रे सजेस्ट कर रहा हूं आप इस पर क्लिक करके खरीद सकते हैं।
या फिर चाहे तो आप अपने घर में मोर का पंख लगा सकते हैं कहा जाता है कि छिपकली मोड़ के पंख से डरती है और उनसे भागती है।
छिपकली के काटने पर क्या करना चाहिए?
हालांकि छिपकली बहुत Rare Condition में किसी को काटती है ऐसा बहुत ही कम देखा गया है कि छिपकली किसी को काटती है या कहे तो ना के बराबर देखा गया है कि छिपकली किसी को काटती है ।
दोस्तों आपको बता दें कि छिपकली अगर आपके घर वाला है जो नॉर्मली सब लोग देखते हैं और पहचानते हैं तो ऐसे छिपकली में जहर नहीं होता है अगर यह आपको काट भी लेती है तो आप वहां पर धो ले ।
आप चाहे तो गर्म पानी से या फिर नॉर्मल पानी से भी धो सकते हैं आपको इससे कोई भी परेशानी नहीं होगी, फिर भी आपको लगता है कि यह छिपकली थोड़ी अलग है या फिर लगता है कि यह छिपकली जहरीली हो सकती है ।
तो आप अपने नजदीकी और जानकारी डॉक्टर के पास है और उस छिपकली का तस्वीर दिखाएं अगर आपके पास तस्वीर है तो ठीक है नहीं तो आप उस छिपकली का तस्वीर खींच सकते हैं और उन्हें डॉक्टर को दिखा सकते हैं ।
अगर वह घरवाली छिपकली नहीं है या आपको लगता है छिपकली जहरीली होगी तो आप झाड़ फूंक के चक्कर में ना रहे सीधे आप अपने डॉक्टर के पास जाएं और इन सब घटनाओं के बारे में बताएं ।
छिपकली गिरने से क्या लाभ होता है?
छिपकली के गिरने से कोई भी लाभ या हानि नहीं होता है अगर छिपकली आपके शरीर पर गिर जाती है तो उसमें कोई डरने वाली बात नहीं, अगर छिपकली आपके खाने-पीने में गिर जाता है तो आप उन्हें फेंक सकते हैं ।
क्योंकि छिपकली का शरीर अलग-अलग केमिकल से घिरा होता है तो वो केमिकल खाने के साथ शरीर में जा सकती है और वह केमिकल हानिकारक भी हो सकता है ।
अगर आप छिपकली को अपने घर से भागना चाहते हैं तो हमारे द्वारा सुझाव किए गए स्प्रे को जरूर खरीदे या बहुत ही कारगर साबित होने वाले हैं आपके लिए, धन्यवाद
जैसा कि आपको पता ही होगा कि हमारे देश को सुरक्षित करने के लिए हमारे भारत देश को बचाने के लिए या दुश्मनों से लड़ने के लिए जल सेना, थल सेना और वायु सेना की आवश्यकता होती हैं ।
जिनमें से एक जल सेना है जिन्हें हम Navy भी कहते हैं और आज इस लेख में मैं आपको Navy को कैसे जॉइन करना है और Navy के विभिन्न विभिन्न कार्य और Navy के विभिन्न विभिन्न पोस्टों के बारे में भी बताऊंगा ।
अगर आप इस लेख को ध्यान से पढ़ते हैं तो मुझे नहीं लगता है कि मैंने Navy बनाने के दौरान सभी प्रक्रिया को वर्णन ना किया हो मैंने इस लेख में ने भी से संबंधित हर एक बातों को लिया है ।
Navy Officer बनने के लिए योग्यता क्या है
अगर आप देश के प्रति ड्यूटी और कमिटमेंट को अच्छी तरह समझते हैं। अगर आप में देशभक्ति का जज्बा इतना स्ट्रांग है कि आप देश के लिए सैक्रिफ़ाइस करने से पीछे नहीं हटना चाहते
और समुद्र के ऐडवेंचरस सफर को एन्जॉय करते हुए दुनिया को एक्स्प्लोर करना चाहते हैं, तो आप इंडियन Navy या Navy Officer बन सकते हैं।
Indian Navy में तीन तरह की पोज़िशन्स हुआ करती है
Navy Officer
Sailor
Civilian
Indian Navy बनाने वालों में 10th क्लास पास कर चूके अभ्यार्थी भी शामिल होते हैं।
और 12th क्लास और Graduation कंप्लीट कर चूके अभ्यार्थी भी तो ऐसे में आपको कन्फ्यूजन ना हो, इसीलिए बता दें कि 10th क्लास पास करने के बाद Indian Navy Civilian की जॉब के लिए अप्लाई किया जा सकता है
और Indian Navy Sailor की जॉब के लिए 10th और 12th क्लास पास अभ्यार्थी अप्लाइ कर सकते हैं।
Sailor की कुछ जॉब्स पे Non Matric अभ्यार्थी भी अप्लाई कर सकते हैं और 10+2 क्लिअर करने के बाद प्रॉपर प्रोसीज़र फॉलो करके आप इंडियन Navy Officer भी बन सकते हैं।
भारतीय जल सेना कैसे बने। Navy Officer Kaise Bane
दोस्तों, आज के इस लेख में हम आपको Navy Officer बनने का प्रोसीज़र बताने वाले हैं सबसे पहले आपको ये बता देते हैं कि Navy Officer Recruitment से रिलेटेड सभी इम्पोर्टेन्ट इन्फोर्मेश्न्स
नेशनल और रीजनल न्यूस पेपर्स में आती है। इसीलिए आपको इसके लिए परेशान होने की बिल्कुल भी जरूरत नहीं है और आप Indian Navy की ऑफिशल वेबसाइट www.joinindiannavy.gov.in पर जाकर के भी वेकैंसी ज़ का पता लगा सकते हैं।
आपको बता दें कि Navy Officer सेलेक्शन कमिशन के लिए होता है।
Permanent Commission
Short Service Commission
Permanent Commission का मतलब है कि Navy Officer रिटायर होने तक Indian Navy में पोस्टेड रह सकते हैं।
जबकि Short Service Commission का मतलब है कि Navy Officer लिमिटेड टाइम पीरियड के लिए ही Indian Navy का हिस्सा रहेंगे, हालांकि 10 साल बाद उन्हें एक्स्टेन्शन के ऑप्शंस भी मिल जाते है।
Indian Navy Divisions
चलिए अब आपको बताते हैं कि Indian Navy में कौन से डिफ़रेंट डिविजन्स में अप्लाई किया जा सकता है। ये डिविजन्स है ब्रांच शामिल होती है।
Divisions
Executive
Engineering
Electric
Education
Medical
Executive Division
General Service Officer
Hydrographic Officer
Naval Armament Inspection Officer
Provost Officer
Pilot Officer
Observer Officer
Submarine Officer
Diver Officer
Law Officer
Logistics Officer
Information Technology
Engineering Division
Engineering
General Services
Submarine Engineering
Electrical Division
Underwater Weapons
Radar & Radio Communication
Missile Systems
Computer Controlled Machinery
Education Division यंगस्टर्स को ट्रेन करके कुछ Navy Officer के तौर पर तैयार करता है और Medical Division सर्विसमैन और उनकी फैमिली ज़की बेहतर हेल्थ के लिए रिस्पॉन्सिबल होता है।
Navy Officer बनने के लिए कौन कौन से तरीके है
Indian Navy के इन डिविजन्स के बारे में जान लेने के बाद आप जानते हैं कि Navy Officer बनने के कौन कौन से ऑप्शन्स होते है। Indian Navy के अलग अलग ब्रान्चेस में Navy Officer की जॉइनिंग के लिए कई सारे स्कीम्स होती है।
#1 पहेली है यूनियन पब्लिक सर्विस कमिशन यानी की UPSC Entries, #2 दूसरी है Direct Entries यानी की परमानेंट कमिशन फॉर अंडर ग्रैजुएट लेवल एंट्री, #3 तीसरी है,
Direct Entries परमानेंट कमिशन फॉर ग्रैजुएट लेवल एंट्री और #4 चौथा है Indian Navy एंट्रेन्स टेस्ट यानी कि INET परमानेंट कमिशन और शॉर्ट सर्विस कमिशन फॉर ग्रैजुएट लेवल एंट्रीज़ आइए इनके बारे में एक एक करके जानते हैं, #1 First Scheme है UPSC Entries, इसमें चार एंट्री होती है।
Combine Defence Service Examination (CDSE)
National Defence Academy (Navy)
National Defence Academy (Naval Academy)
NCC
Combine Defence Service Examination ( CDSE ) एंट्री में UPSC के द्वारा रिटर्न एग्ज़ैम कन्डक्ट किया जाता है, जिसके बाद SSB यानी की सर्विस सेलेक्शन बोर्ड, इंटरव्यू और मेडिकल टेस्ट होता है।
इसके बाद UPSC मेरिट लिस्ट जारी करती है और सक्सेसफुल अभ्यार्थी नेवल ओरिएंटेशन कोर्स यानी कि NOC के लिए नेवल अकैडमी जौन कर लेते हैं, UPSC साल में दो बार ये एग्ज़ैम कन्डक्ट करती है।
इस एग्ज़ैम के लिए अप्लाइ करने के लिए अभ्यार्थी के पास इंजीनियरिंग में बैचलर डिग्री होनी चाहिए और आगे National Defence Academy (Navy) और National Defence Academy ( Naval Academy ) एंट्री इसमें UPSC रिटन एग्जाम कंडक्ट करती है, जो 2 साल में दो बार होता है,
जिसके बाद SSB इंटरव्यू, Medical टेस्ट और Merit लिस्ट तैयार होती है, इस एग्ज़ैम के लिए एलिजिबल होने के लिए 10+2 PCM से क्लियर करना ज़रूरी है और 12th स्टैंडर्ड में पढ़ रहे अभ्यार्थी भी इस एग्ज़ैम के लिए एलिजिबल होते हैं।
NCC Entry में कोई रिटन टेस्ट नहीं होता है, बल्कि डायरेक्ट SSB इंटरव्यू होता है, जिसके बाद Medical एग्ज़ैमनेशन होता है और All India Merit के बेस पर अभ्यार्थी को जॉइनिंग दी जाती है।
ऐसे University Graduate जिनके पास NCC के C सर्टिफिकेट में Minimum B Grading और ग्रैजुएशन में 50% मार्क्स हो वो Indian Navy में रेग्युलर कमिशन Navy Officer के तौर पर अपॉइंट हो सकते हैं।
उन्हें Written टेस्ट नहीं देना पड़ता है और केवल SSB इंटरव्यू के बेस पर उनका सेलेक्शन हो जाता है, NCC सर्टिफिकेट होल्डर्स एग्जीक्यूटिव ब्रांच पे शॉर्ट सर्विस कमिशन के लिए भी अप्लाई कर सकते हैं, इसके लिए उनका साइंस ग्रैजुएट होना जरूरी है, जिसमें फिजिक्स और मैथ्स सब्जेक्ट हो।
अब चलते हैं दुसरी #2 स्कीम पर जो है Direct Entry यानी की परमानेंट कमिशन फॉर अंडर ग्रैजुएट लेवल एंट्री, इसमें 10+2 यानी कि B Tech एंट्री आती है,
इस एंट्री के लिए एलिजिबल होने के लिए आपके 12th क्लास में PCM सब्जेक्ट्स में 70% मार्क्स होने चाहिए और 10th – 12th क्लास में इंग्लिश सब्जेक्ट में 50% मार्क्स होने जरूरी हैं।
इसके अलावा आपका JEE Mains क्लियर होना भी जरूरी है, BE और B-tech Curriculum के लिए JEE Mains ऑल इंडिया रैंक के बेस पर SSB के लिए अभ्यार्थी को शॉर्टलिस्ट किया जाता है
और SSB के बाद मेरिट लिस्ट के बेस पर सिलैक्ट हुए अभ्यार्थी को 4 साल के b.tech कोर्स के लिए नेवल अकैडमी भेजा जाता है, और कोर्स के कंप्लीट होने के बाद उन्हें Indian Navy की इलेक्ट्रिकल और एंजिनीरिंग ब्रान्चेस में परमानेंट कमिशन ग्रांट कर दी जाती है।
अब बात करते हैं तीसरी #3 स्कीम की, जो है Direct Entry यानी कि परमानेंट कमिशन फॉर ग्रैजुएट लेवल एंट्रीज़ इसमें ये एंट्री आती है Sports, Musician और Law
Sports और Musician एंट्री इसके लिए Preliminary Scanning की जाती है, जिसके बाद SSB इंटरव्यू होता है और मेडिकल एग्जामिनेशन के बाद All India मेरिट के बेस पर जॉइनिंग होती है।
जबकि Law एंट्री के लिए Law में डिग्री होनी चाहिए, जिसमे 55% मार्क्स होने जरूरी हैं और अब जानते हैं #4 चौथा स्कीम जो है Indian Navy एंट्रेंस टेस्ट यानी की ( INET ) परमानेंट कमिशन और शॉर्ट सर्विस कमिशन फॉर ग्रैजुएट लेवल एंट्रीज़ ये टेस्ट इन पोज़िशन्स के लिए कन्डक्ट किया जाता है।
Pilot (MR)
Pilot (NMR)
Observer
Air Traffic Control (ATC)
General Service – Executive
Hydro
General Service (Technical – Electrical &
Engineering)
Naval Architect
Information Technology
Logistics
Education
NAIC
तो ये टेस्ट परमानेंट कमिशन यानी PC और शॉर्ट सर्विस कमीशन यानी SSC के लिए कंडक्ट किया जाता है और ये साल में दो बार कन्डक्ट किया जाता है।
INET कंप्यूटर बेस रिटर्न एग्जाम होता है, जिसकी ड्यूरेशन 2 घंटे होती है, इसमें 100 मल्टिपल चुनाव वाले क्वेश्चन्स होते हैं, जो चार सेक्शन्स यानी इंग्लिश रीज़निंग और न्यूमेरिकल एबिलिटी, जनरल नॉलेज और जनरल साइंस और मैथमैटिकल ऐप्टिट्यूड में से आते हैं।
अभ्यार्थी को इन चारों सेक्शन्स में सेपरेटली मिनिमम 40% मार्क्स लाने जरूरी होते हैं, इस एग्जाम में शॉर्टलिस्टेड अभ्यार्थी का SSB इंटरव्यू होता है, जिसके बाद मैरिट बेस पर जॉइनिंग दी जाती है।
Navy में Non UPSC Entry
इनके अलावा UES और SNAES स्कीम्स भी होती है, जो नॉन यूपीएससी एंट्री होती है, तो आइए इनके बारे में भी थोड़ी सी जानकारी ले लेते हैं।
UES (University Entry Scheme)
SNAES (Special Naval Architect Addressing)
UES यानी यूनिवर्सिटी एंट्री स्कीम, जिसमें Indian Navy की टेक्निकल ब्रान्चेस और कैडर्स में फाइनल ईयर इंजीनियरिंग स्टूडेंट्स को अपॉइंट किया जाता है। इसके लिए इंडिया के इंजीनीरिंग कॉलेज एस का विजिट करके अभ्यार्थी को शॉर्टलिस्ट किया जाता है।
ऐसे अभ्यार्थी SSB इंटरव्यू और मेडिकल टेस्ट क्लियर करने के बाद ऑल इंडिया मेरिट के बेस पर अपॉइंट किए जाते हैं।
आगे SNAES यानी स्पेशल नेवल आर्किटेक्ट एंट्री स्कीम की बात करें तो इस स्कीम में Indian Navy की इंजीनियरिंग ब्रांच के नेवल आर्किटेक्चर में 45 नेवल आर्किटेक्ट Navy Officer की जॉइनिंग की जाती है।
इसके लिए आइआइटी खड़गपुर, आइआइटी चेन्नई, कोचीन यूनिवर्सिटी ऑफ साइन्स एंड टेक्नोलॉजी और आंध्र यूनिवर्सिटी को विज़िट करती है।
इन यूनिवर्सिटीज़ में से b.tec यानी की नेवल आर्किटेक्चर पोर्स कन्डक्ट किया जाता है, यहाँ नेवल टीम कैंपस इंटरव्यू के जरिए अभ्यार्थी को select करती है, जिन्हें मेडिकल एग्ज़ैमनेशन में fit डिक्लेर होने के बाद ट्रेनिंग के लिए सिलैक्ट कर लिया जाता है।
इन स्कीम्स के बाद आपको ये भी बता दें कि SSB इंटरव्यू दो स्टेजेस में कंप्लीट होता है।
पहली चरण में Intelligence Test, Picture Perception and Discussion Test और दुसरे चरण में Psychological Testing, Group Testing और Interview होता है।
SSB के बाद अभ्यार्थी का मेडिकल एग्ज़ैमनेशन होता है क्योंकि सिर्फ ऐसे अभ्यार्थी ही अकैडमी join कर सकते हैं जिन्हें मेडिकल बोर्ड फिट डी क्लियर कर दे और इस तरह इन सभी स्टेप्स को फॉलो करके Navy Officer के तौर पर अपॉइंट हुआ जा सकता है।
Navy Officer Kaise Bane Girl
आपको ये भी पता होना चाहिए की Girls Navy Officer को शॉर्ट सर्विस कमीशन Navy Officer के तौर पर Law, Logistics, ATC, Observer ( Aviation ) , Naval Architect, Education ब्रान्चेस में अपॉइंट किया जाता है ।
और अब परमानेंट कमिशन में भी लॉ एजुकेशन और नेवल आर्किटेक्चर कैडर में Girls Navy Officer को जॉइनिंग दी जाने लगी है।
मैं आपको ये भी बता देते हैं कि Indian Navy में Boy ऐंड Girls Navy Officer दोनों के लिए सर्विस कंडीशन एक होती हैं तो दोस्तों इस तरीके से Navy Officer के तौर पर जॉइन करने का प्रोसीज़र हमने इस लेख के जरिये आपके साथ शेयर किया है
और जानकारी आपको कैसी लगी? कॉमन्स बॉक्स में लिख कर के जरूर शेयर कीजियेगा।
Navy और Navy Officer से जुड़ा कुछ महत्वपूर्ण प्रश्न
Navy Ki Salary Kitni Hoti Hai
Navy Ki Salary 25,000 -2,50,000 तक हो सकती है यह Navy पद पे निर्भर होता है। अगर आपने भी ज्वाइन करते हो तो आपकी न्यूनतम Salary 25,000 होगी अगर आप किसी बड़े पद पर नियुक्त होते हो तो आपकी Salary इससे ज्यादा भी हो सकती है ।
Indian Navy Mr Kya Hota Hai
Indian navy में Sailor के Rank पर 10th पास अभ्यार्थी के जो की भर्तियां आती है, उसका नाम Navy MR होता है MR का Full Form – Navy Matric Recruit होता है Indian Navy Mr के कुछ पद का नाम – Chef (MR) Steward (MR) Sanitary Hygienist (MR)
Merchant Navy Kya Hai
Merchant Navy नाम भले ही Indian Navy से मिलता जुलता है लेकिन यह Indian Navy का हिस्सा बिल्कुल भी नहीं है Merchant Navy या नेवल इंजीनियरिंग को मूल रूप से व्यवसाय जहाजों का बेडा कहा जाता है । जिसमें समुद्री यात्री जहाज, मालवाहक जहाज, तेल टैंकर, रेजिरेटेडशन शिप आते हैं ।
Merchant Navy Ki Salary Kitni Hoti Hai
Merchant Navy Ki Salary 25,000 रुपए प्रति महीने से लेकर 20 लाख रुपए तक प्रति महीने तक हो सकती है सैलरी का बदलना उनके कौशल और अनुभव पर निर्भर करता है ।
Merchant Navy Sarkari Hai Ya Private
Merchant Navy सरकारी (Government) नौकरी है या निजी (Private) है, Merchant Navy सरकारी और निजी दोनों तरह की नौकरी है । यदि आप भारतीय नौवहन निगम (SCI) के लिए काम करते हैं, तो आप एक सरकारी कर्मचारी के रूप में काम करते हैं। SCI के अलावा, अन्य कंपनियां निजी संस्थाएं हैं।
Navy SSR Kya Hota Hai
Navy SSR भारतीय नौसेना में Sailors की कई प्रकार की भर्तियां हैं जिनमें से एक SSR भी है, SSR का Full Form – Senior Secondary Recruit इस भर्ती के लिए नौजवान 12th के बाद आवेदन कर सकते है।
पढ़ना है तो हर एक पंक्ति, शब्द को पढ़िए हर एक पंक्ति और हर एक शब्द में बहुत बड़ा मतलब छुपा हुआ है, पता नहीं कौन सा पंक्ति या शब्द आपके ज़िन्दगी को बदल दे ।
1 दिन में 60 से 70,000 विचार आते हैं इंसानी दिमाग में ……
जिसमें सबसे फालतू का विचार सबसे फालतू की सोच होती है कि लोग क्या सोचेंगे और लोग क्या कहेंगे? और दुनिया में सबसे ज्यादा सपने तोड़ने का श्रेय इसी फालतू के विचार और इसी सोच को जाता है कि लोग क्या सोचेंगे और लोग क्या कहेंगे? ….
अब लोग क्या कहेंगे और लोग क्या सोचेंगे ये भी आप सोचेंगे तो फिर लोग क्या सोचेंगे? …..
लोगों का आपकी तारीफ करना खुशी दे और आपकी बुराइ करना आपको दुखी कर दे तो समझ लेना कि आप उनके हाथों की कठपुतली बन चूके हों और आपके सुख और दुख का रिमोट लोगों के हाथ में है।
लाइफ आपकी है तो इसका रिमोट लोगों के हाथ में मत दो वरना आपकी लाइफ में चैन देने वाले चैनल कम और बेचैनी कर देने वाले चैनल ज़्यादा चलते रहेंगे।
लोग तो अमरूद खरीदते हुए पूछते हैं कि मीठे है ना? और बाद में उसी पर नमक लगाकर खाते हैं, इसीलिए लोग क्या सोचते हैं ऐसी सोच की अपने दिमाग से सफाई कर दूंगा ताकि लोगों को खुद की सफाई या देने मैं आपका समय बर्बाद न हो।
सोचने दो इन लोगों को जो भी सोचते हैं, क्योंकि आप की सफाई या सबकी सोच नहीं बदल सकती, क्योंकि लोग उतना ही समझते हैं जितनी उनकी औकात होती है और मत भूलो, यहाँ अपने मतलब की बात तो सभी समझते हैं लेकिन दूसरे के मतलब की बात कोई नहीं समझता।
इसीलिए कोई कुछ भी कहे अपने चेहरे पर मुस्कान बनाए रखिए जज्बातों की कीमत कुछ खास नहीं हैं यहाँ, इन्हें तो अपने किसी खास के लिए बचाए रखें।
इस दुनिया में बहुत से लोग दोस्ती और रिश्तों का केवल व्यापार करते हैं, दिल में खोट और जुबान से जुटा प्यार करते है। मतलब हो तो रखते हैं आप से मतलब मतलब ना हो तो बस मतलब ही व्यवहार रखते हैं।
खुशकिस्मत हैं वो लोग जिनको कडवे सच और सच्चाइयां समय रहते समझ आ जाते है, क्योंकि अक्सर लोगों को समय रहते समझ नहीं आती और जब समझ आती है तब समय हाथ से निकल चुका होता है।
कभी भी ये मत सोचो कि आप कुछ भी नहीं और ये भी मत सोचो कि आप ही सब कुछ हो पर हमेशा यह जरूर सोचो कि आप कुछ तो हो जो सब कुछ कर सकता है।
हार देख घबराना नहीं जीत देख इतना नहीं क्योंकि ना हर जरूरी है ना जितना जरूरी है जीवन तो एक खेल है जनाब, इसे खेलना जरूरी है और इस खेल में हर शख्स हजारों ख्वाहिशें रखता है,
लेकिन केवल ख्वाहिशों से नहीं गिरते फूल झोली में कर्म की शाख को भी लाना पड़ता है कुछ नहीं होगा कोसने से किस्मत को अपने हिस्से का दिया खुद जन आना पड़ता हूँ दोस्तों समय कीमती है फालतू की बातें सोचने मैं इसे गंवाना नहीं, जिनकी सोच ही गलत है तुम्हें ले कर।
उनका जवाब अपनी सफलता से दो बातों में समय वेस्ट कर उन्हें समझाना नहीं और अंत में इतना ही जमीन पर बैठकर क्यों आसमान देखता है? पंखों को खोल ज़माना सिर्फ उड़ान देखता है। लहरों की तो फितरत ही है, शोर मचाने की मंजिल उसी की होती है जो नजरों में तूफान देखता है।
इन बातों ने दिल के किसी कोने को छुआ हो तो इसे लाइक करने में कंजूसी मत करना यार और ये बातें दूसरों के दिल तक पहुंचाने के लिए इसे वॉट्सऐप और फेसबुक पर शेर भी जरूर कर देना। तो खुश रहिए और खुशियां फैलातें रहिए ।
Anupama Written Update 18 May 2023 Today’s Episode
नमस्ते दोस्तों 18 May 2023 आज हम आप सभी का फेवरेट शो Anupama Written Update की बातें करने वाले हैं ।
जिसके कारण Episode में अब तक आप सभी ने देखा कितना कुछ यहाँ पर बदलाव आ चुका है और ये बदलाव आप सभी को नई कहानी की और लेकर जाएगा। नई कहानी से मतलब हमारा है Anupama की नई जर्नी से क्योंकि Anupama को आप यहाँ पर ना सिर्फ अनुज से बल्कि छोटी अनु से भी
बहुत से दर्द मिलने वाले हैं। वेल कहते है ना की जब इंसान की नई दुनिया शुरू होने वाली होती है उससे पहले उसकी पुरानी दुनिया उजड़ जाती है। वो कहावत तो आपने सुनी होगी ना कि यहाँ पर पेड़ पर हरियाली तभी आती है जब पतझड़ आते हैं यानी जब पेड़ के पुराने पत्ते हटते हैं तभी नए पत्ते आते हैं।
ऐसे में Anupama अपने पुराने रिश्तों से इतनी दब गई है कि उनके पुराने रिश्ते जो पत्ते की तरह है वो अब निकलेंगे तभी वो नई चीजें यहाँ पर जोड़ पाएंगी। क्या क्या होगा Anupama की जर्नी में? 18 May 2023 आज और आगे कल के Episode में देखें मैं इस खास रिपोर्ट में
टेलीकास्ट होने वाले सीरियल Anupama में, अनुजपमा का सामना तो हो गया है लेकिन बहुत सी बातें फैन्स को अब खटक रही हैं। अनुष्का Anupama को अवॉर्ड करना छोटी आनु की हाथ में लगी चोट, काव्या का अचानक काम से जो है वो ब्रेक ले लेना।
तमाम तरह की बातें सामने चल रही है और यहाँ पर समझ नहीं आ रहा कि कहानी ये Anupama की जो है उसे मेकर्स किस दिशा में ले कर जाना चाहते हैं। दरअसल आप सभी को बता दें कि अनुज के बाद छोटी अनु तोड़ेगी Anupama का दिल
और ऐसे में फूट फूट कर रोयेगी अनूपमा, जी हाँ भी सड़क उमा संग करेगी ये हरकत छोटी। दरअसल टीवी सिरियल Anupama में इन दिनों सबकी जिंदगी में उथल पुथल मची हुई है। रूपाली गांगुली और गौरव खन्ना स्टारर इस सीरियल में मेकर्स रोल, एक ऐसा ट्विस्ट लेकर आते हैं जिससे वजह से सीरियल की कहानी पलट जाती है।
बीते दिनों अनुज और Anupama अलग हुए वहीं अब बन रहा है वराज और काव्या भी अलग हो गए हैं। सीरियल में समर की शादी का episode चल रहा है। बीते Episode में अनूप कुमार फैसला ले लेती है कि
उड़ान नहीं रोकेगी और अनुज के आने के बाद ही अमेरिका जरूर जाएगी। अपकमिंग Episode में काफी बवाल होगा। दरअसल समर की शादी के लिए वापस आएगी काव्या जी हाँ, टीवी सीरियल के अपकमिंग Episode में देखने के लिए मिलेगा की समर की शादी के फंक्शन शुरू हो जाएंगे। सबसे पहले घर में वराज की बहन अपनी बेटी के साथ आएगी। यानी की डॉली, बुआ और उनकी बेटी।
मीनू लंबे टाइम के बाद इस शो में दिखाई देंगे। इसके बाद काव्य आएगी जिसे देख सब खुश हो जाएंगे। काव्या सबसे मिलेगी, लेकिन आते ही वराज से नहीं मिले गी। हालांकि वराज
कुछ नहीं कहेगा। दूसरी तरफ Anupama भीषा हाउस के लिए अपनी माँ और भाई के साथ निकल जाएगी। उसे पूरे रास्ते घबराहट होगी क्योंकि अनुज से उसकी पहली यहाँ पर जो है और आखिरी मुलाकात जो है लीव से पहले की होने वाली जो है और काफी लंबे टाइम के बाद जो मिलने वाली है इसलिए वह काफी घबराई हुई इसे दिखाई दे रही है।
तो वहीं आमने सामने होंगे अनुज Anupama सीरियल में आगे देखने के लिए मिलेगा की हाउस में एंट्री लेने से थोड़ा पहले ही वो अनुज के सामने आ जाती है। दोनों ही एक दूसरे के सामने कुछ नहीं बोल पाएंगे, लेकिन मन ही मन एक दूसरे से बात करेंगे। अनुज के बाद
Anupama की नजर छोटी पर पड़ेगी और अपनी बेटी को इतने दिन बाद देख वो काफी खुश हो जाती है लेकिन छोटी अनु उसे ठीक से बात तक नहीं करती है। वो Anupama को सिर्फ इतना बताती है कि वो ठीक है और फिर वो Anupama के सामने ही माया को माँ कहती है और अन्नू की इस हरकत पर Anupama का दिल टूट जाता है और अब आगे घर में सबसे मिलेगा अनु जी हाँ,
Anupama में आने वाले Episode में Anupama को पीछे छोड़ अनूप छोटी अनुमाया के साथ चाहा उसमें चले जाता है और इस दौरान अनु सबसे मिलता है। वो सबसे पहले बाबूजी का आशीर्वाद लेता है। हालांकि घर में कई लोग अनुज
वो अपना मुँह मोड़ लेंगे, जिससे Anupama की माँ और समर भी शामिल होंगे। लेकिन अब आगे आने वाले Episode में क्या क्या नए तमाशे होने वाले है वो सब देखना शो के अपकमिंग Episode में यहाँ पर खास ही नहीं बल्कि सुपर एक्साइटेड होने वाला है
क्योंकि शो में आप सभी को अब दिखाई देगा की Anupama को नज़रअंदाज़ करेंगे। छोटी और अनुज को कौन करेगा डिम्पी का कन्यादान? ऐसी भी हैं यहाँ पर जो बात क्योंकि छोटी और यहाँ पर अनुज माया आये हैं।
डिंपल की शादी के लिए समर और डिंपल की शादी में कन्यादान कौन करेगा ये बड़ा भी सवाल बना हुआ है। जी हाँ, जल्दी आप देखेंगे इस समर की शादी में अनुज और Anupama की यहाँ पर मुलाकात वहीं सभी को खबर मिले गी की अनुजा केरा नहीं बल्कि छोटी और माया के साथ शामिल होगा।
तो वहीं नए प्रोमो वीडियो में आप देखेंगे की शादी में छोटी अनु और अनु Anupama को देखकर इग्नोर करते हुए नजर आएँगे और सी के साथ शादी में Anupama छोटी से पूछेगी की तू मेरी बेबी ली है, क्या हो गया है? तुझे ऐसा अजीब बर्ताव क्यों कर रही है? इस पर
छोटी अनु Anupama को पूरी तरह से नज़रअन्दाज़ करती है और अब जल्द ही Anupama को सच का पता लगेगा की क्यों अनुज वापस छोटी के साथ लौट गया था? क्यों वापस नहीं आया था? शादी में आपको देखने को मिलेगा की दीपिका, कन्यादान, माया और अनुज करेंगे क्योंकि यहाँ पर जो नया प्रोमो आया है
जिसमें यहाँ पर घर के अंदर हाउस में शादी से पहले सत्यनारायण कथा हो रही है और सत्यनारायण कथा जब भी होती है जो शादीशुदा कपल होते है वो साथ में बैठते हैं। लेकिन यहाँ तो आप सभी की माया अनुज का पीछा ही नहीं छोड़ रही।
Anupama बैठने जा ही रही होती है की यहाँ पर Anupama के जाने से पहले माया अनुज के साथ छोटी के साथ वहाँ जगह बना कर बैठ जाती है और ऐसे में यहाँ पर Anupama का रिश्ता कहीं ना कहीं खत्म करती हुई नजर आ रही है
और ये सब देखते है आप लोग शो के आगे आने वाले Episode में देखना बिल्कुल भी मिस मत करिए गा क्योंकि शो में आप सभी को अब एक दो नहीं बल्कि कई ट्विस्ट वाले डरामा देखने को मिलेंगे । धन्यवाद,
Anupama Written Update 18 May 2023 Today’s Episode in Hindi
जिनको श्रीराम का वरदान है गदा जिनकी शान है बजरंगी, जिनकी पहचान है संकट मोचन, ओह अनुमान है जय श्रीराम दोस्तों दोस्तों आज हम आपको बताने वाले हैं बजरंगबली हनुमान जी का वह मंत्र जिसके बारे में मान्यता है ये मंत्र स्वयं बजरंग बली हनुमान जी के मुख से निकला था।
यदि अगर यह मंत्र आपने अपने मन में भी सोच लिया तो खुद संकट मोचन हनुमान आपके पास आपकी मदद के लिए खिंचे चले आएँगे, भले ही परेशानी कितनी भयंकर हो, चाहे आप कितने भी बड़े संकट में हो।
हनुमानजी के इस मंत्र के सामने वे सारी मुसीबतें अपना दम तोड़ देंगी, चाहे वो शनि की साढ़ेसाती हो या राहु केतु की भयंकर कुंडली की मार, आप पर चल रही हो या फिर काल सर्प दोष से आप ग्रसित हो, ये सभी मुसीबतें बजरंग बली हनुमानजी के मंत्र के कारण आपका बाल भी बांका नहीं कर पाएंगे।
हनुमान जी का पंचमुखी मंत्र क्यों खास माना जाता है
दोस्तों इस मंत्र को बताने से पहले हम आपको बता दें कि इस मंत्र को आखिर खास क्यों कहा गया है और यह इतना खास किस वजह से है।
दोस्तों या हनुमान जी का सबसे प्रभावशाली पंचशक्ति मंत्र है, यानी है शक्तिशाली पंचमुखी हनुमान मंत्र है जिसे शास्त्रों में हनुमानजी का सबसे शक्तिशाली मंत्र माना जाता है।
दोस्तों कलियुग में हनुमानजी का हर एक मंत्र चमत्कारी है, क्योंकि कलयुग में सात चिरंजीवियों में से एक खुद स्वयं बजरंग बली हनुमानजी भी है।
यानी दोस्तों वे एक ऐसे देव हैं जो स्वर्ग लोक में ना रहकर आज भी स्व शरीर धरती पर गुप्त रूप से विचरण कर रहे हैं और समय समय पर अपने होने का एहसास भक्तों को देते रहते हैं।
हनुमान जी को धरती पर अजर अमर रहने का वरदान स्वयं भगवान श्रीराम और माता सीता ने दिया था, इसीलिए आज भी कोई भक्त यदि सच्ची श्रद्धा से राम जी और हनुमान जी का नाम ले तो हनुमान जी उस भक्त के दुख को दूर करने के लिए उनकी सहायता करने के लिए दौड़ें चले आते हैं।
जैसा की हमने आपको बताया कि हनुमान जी के कलयुग में सभी मंत्र चमत्कारी है, दोस्तों यह विशेष मंत्र जिसके बारे में हम आपको बताने वाले हैं उसे हनुमानजी के सभी मंत्रों में महाशक्तिशाली बताया गया है क्योंकि दोस्तों इसमें हनुमानजी के पांचों विशेष स्वरूपों की स्तुति एक साथ की जाती है।
ऐसे में जो भी भक्त अगर इस मंत्र को सुन भी ले तो उसकी हर परेशानी बजरंगबली की कृपा से दूर हो जाती है जो कि दोस्तों भगवान हनुमान जी अपने भक्तों की बहुत जल्द ही सुनते हैं, हनुमानजी के भक्त कभी दुखी नहीं रह सकते है।
इसीलिए कहते हैं ना उनके हर दुख कष्टों का नाश होता है जिसके हृदय में हनुमानजी का वास होता है।
पंचमुखी हनुमान मंत्र जाप करने का सही तरीका
चलिए जानते है ये कौन सा हैं, वो मंत्र और किस प्रकार आपको इसका जाप करना है? इस लेख को आप थोड़ा ध्यान से पढ़ें दोस्तों इस मंत्र के जाप की विधि बहुत ही महत्वपूर्ण है। अगर आप आधी अधूरी विधि से हनुमान जी के इस मंत्र का जाप करेंगे तो आपको इस मंत्र का पूरा फल प्राप्त नहीं होगा।
दोस्तों इस मंत्र को आप पूर्ण विधि के साथ ही जपें ताकि आप मंत्र का संपूर्ण फल प्राप्त कर पाए, दोस्तों इस मंत्र का जाप आपको किसी भी मंगलवार के दिन करना है और इस मंत्र के जाप के लिए सबसे उत्तम समय है सूर्योदय के समय और फिर मध्यरात्रि, क्योंकि इस दोनों ही समय में दिव्य शक्तियां धरती पर विचरण करती है।
आप किसी भी मंगलवार के दिन सुबह स्नान आदि करके स्वच्छ हो जाए, अब आपको घर के मंदिर में सामान्य पूजा करनी है, उसके बाद आप अपने गले में पंचमुखी हनुमान कवच धारण कर लें, केवल पांच बार आपको इस मंत्र का जाप करना है।
भगवान हनुमान को मदद के लिए पुकारने का मंत्र कुछ इस प्रकार है ” ऊं नमो हनुमते रुद्रावताराय सर्वशत्रुसंहारणाय सर्वरोग हराय सर्ववशीकरणाय रामदूताय स्वाहा “
दोस्तों पांचमुखी हनुमान कवच इस मंत्र के प्रभाव को तीन गुना शक्तिशाली बना देता है जिसकी वजह से टोना टोटका बुरी नज़र वशीकरण कुंडली में चल रहे अशुभ ग्रहों के दुष्परिणाम जैसे बार बार परेशानियां ना बनते बनते काम बिगड़ जाना या बार बार आप का बीमार रहना इन सभी प्रकार के दोषों को तुरंत काट देता है।
आपको बता दें कि इस कवच को धारण करने के मात्र कुछ ही मिनटों में आपको इसके शुभ परिणाम देखने को मिल जाएंगे। जैसे की पति पत्नी के बीच मधुर संबंध साथ ही प्यार के मामले में भी है, सफलता दिलाता है दोस्तों अब आपको बता दें कि है पंचमुखी हनुमान कवच इतना खास क्यों है।
दोस्तों इस कवच में समाहित है हनुमान जी के पांच रूप जो पांच शक्तियां के रूप में ही हमारी रक्षा करते हैं हनुमान जी का बरहा मुँह उत्तर दिशा से आपको हर प्रकार के धन से जुड़ी बाधा से बचाता है जैसे कर्ज की समस्या, व्यापार में हानि इत्यादि।
वहीं दक्षिण दिशा में नरसिंहा भगवान आपको अकाल मृत्यु और बिमारी इत्यादि से बचाता है, पश्चिम दिशा से गरुड़ रूपी मुख आपको हर प्रकार के भूत, प्रेत और बुरी नज़र इत्यादि से बचाता है।
वहीं दोस्तों ऊपर यानी आकाश की तरफ उठा मुख आपको आकाश में फैले दिव्यशक्तियों की सकारात्मक उर्जा आये प्रदान करता है जो आपके आत्मविश्वास को बढ़ा देता है और आप हर कार्य में सफलता हासिल करते हैं और साथ ही पूर्व में, हनुमान जी आपको हर प्रकार के दुख से बचाते है।
सच्चे मन और सच्चे भावना से भगवान की पूजा आराधना करें आप देखेंगे कि आपको हर समय मंत्र का उच्चारण करने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी भगवान स्वयं आपकी मदद के लिए उपस्थित रहेंगे । धन्यवाद,
FAQ
पंचमुखी हनुमान जी का मंत्र क्या है?
पंचमुखी हनुमान जी का मंत्र काफी प्रभावशाली है माना जाता है कि यहां मंत्र स्वयं हनुमान जी के मुख से निकला है
हनुमान जी का कौन सा मंत्र पढ़ना चाहिए?
हनुमान जी के कई ऐसे मंत्र है जिनका पढ़ने से आपकी हर दुख पीड़ा मिट जाएगी लेकिन आप कोशिश करें कि हनुमान जी का पंचमुखी मंत्र जरूर पढ़ें
क्या पंचमुखी हनुमान को घर में रखना अच्छा है?
हनुमान जी की मंदिर अपने घर द्वार दरवाजा पर लोग लगाते हैं ताकि दुख संकट घर में प्रवेश ना कर पाए
पंचमुखी हनुमान जी को कैसे प्रसन्न करें?
स्वच्छ होकर मंगलवार के दिन करना है पंचमुखी मंत्र का जाप करें सबसे उत्तम है हनुमान जी को प्रसन्न करने में
दोस्तों चाहे आपको प्री मच्योर क्रेन ऑफर्स यानी आपको बाल समय से पहले बहुत जल्दी पक गए हैं, सफेद होना शुरू हो गए हैं। आपकी यंग एज में ही, चाहे आपको हेयर फॉल बहुत ज्यादा होता है।
इसके अलावा दोस्तों, अगर आपको कोई तरह के सेक्शुअल वीकनेस ( कमजोरी) है जैसे की आपको अगर प्री मच्योर इजेकुलेशन हो जाता है या आपको नाइट फॉल हो जाता है, बहुत ज्यादा या आपको धातु रोग की समस्या है।
इसके अलावा दोस्तों अगर आपको बहुत ज्यादा थकान बहुत ज्यादा वीकनेस रहती है, आप किसी लंबी बिमारी से उठे ये आपको डाइअबीटीज़ है। इन सभी कंडीशन में एक चमत्कारिक होम्योपैथी मेडिसिन के बारे में जानकारी दूंगा।
जिसका कि नाम है Acid Phos Q या Acidum Phosphoricum Qभी कहते हैं दोस्तों आज मैं आपको बताऊँगा कि आखिर ऐसी ऐसी कौन कौन सी कंडीशन है। मुख्य मुख्य कंडिशन्स ऐसी जो जो मैंने आपको अभी बताई है,
चाहे वो बालों से संबंधित है या आप को सेक्शुअली कुछ प्रॉब्लम है या फिर आपको वीकनेस बहुत ज्यादा ऐसी कौन सी सिम्प्टम है जो कि देखने को मिलेंगे? और अगर आप काम में लेते हैं तो उसमें आपको बहुत ही चमत्कारी रिज़ल्ट देखने को मिलते हैं ।
उसके साथ साथ ही दोस्तों मैं आपको बताऊँगा की Acidum Phosphoricum लेना का क्या तरीका है इसका इसके साथ साथ दोस्तों यह आपको कहा पर मिलेगी इन सभी बातों के बारे में हम आज यहाँ पे बात करेंगे ।
दोस्तों वैसे तो Acidum Phosphoricum बहुत ज्यादा बहुत सारे सिम्प्टम देखने को मिलते हैं जहा जहा पर आप Acidum Phosphoricum को काम में ले सकते हैं। लेकिन दोस्तों आज हम स्पेशल की बात करेंगे कुछ सिलेक्टेड टॉपिक्स पे।
सबसे पहले हम बात करते है दोस्तों सेक्शुअली अगर कोई तरह की प्रॉब्लम है पर्टिकुलर हम बात करते है दोस्तों अगर आपको इरेक्शन में दिक्कत आती है आपको, अगर नपुंसकता है आपको, जिसको बोलते हैं, रट्टा डिसफंक्शन है आपको, उसके अलावा दोस्तों अगर आपको प्री मच्योर
इजेकुलेशन की शिकायत है, चाहे वो आपको अगर बहुत ज्यादा आपने मास्टरबेशन हस्तमैथुन किया उसकी वजह से हो गई है या आपको बहुत ज्यादा सेक्स थॉट्स आते है।
आपको रात को सपने में आपको नाइट फॉल हो जाता है या आपको धातु रोग की समस्या है यानी आपको आप जब मल त्याग के लिए आप ज़ोर लगाते हैं तो उस कंडीशन में आपको यूरिन की जगह इससे यूरिन के रास्ते आपको कुछ चिपचिपा स्राव होना लग जाता है।
वहाँ से चिपचिपा डिस्चार्ज होना ऐसा लगता है कि कुछ हो रहा है। इसके साथ साथ दोस्तों के थोड़ा बहुत भी आपको सेक्सुअल थॉट आते है तो उसकी वजह से कई पेशंट्स आके बोलते है की उनको यूनियन के रास्ते पे उनको कुछ चिपचिपापन सा महसूस होता है।
इन सभी कंडीशन्स में Acid Phos या Acidum Phosphoricum बहुत अच्छा काम करती है। वहाँ के लिए मैं कहूंगा एक खास दवाई की स्पेसिफिक दवाई दोस्तों इसके अलावा दो उसको अगर आपके स्क्रोटम में,
आपको एग्जिमा हो गया यानी आपकी अंडकोष एग्जिमा डेवलप हो गया है या आपके अंडकोष में अगर आपको दर्द होता है वहाँ पर आपको कुछ हार्डनेस आ गई है वहाँ पर, उसके अलावा दोस्तों अगर आपके पेनिस पर ग्लांस पर सूजन आ गई है।
उन सभी कंडिशन्स मैं दोस्तों Acidum Phosphoricum बहुत अच्छा काम करती है उन सभी के लिए एक खास दवाई की स्पेसिफिक दवाएं । दोस्तों, इसके अलावा अगर दूसरी जो कंडीशन है जो कि हैर फॉल अगर आपको बाल बहुत ज्यादा झड़ते हैं,
आपको ऐसा लग रहा है कि आप बाल गिरते जा रहे हैं, आपका गंजापन आ गया है और उसके साथ साथ आपको बहुत जल्दी ही समय से पहले काफी यंग उम्र में आपके बाल पकना शुरू हो गए हैं।
आपके बाल सफेद हो रहे हैं चाहे वो पुरुष हो, चाहे महिला हो। इन सभी कंडीशन्स में Acidum Phosphoricum बहुत अच्छा काम करती है। इस कंडीशन में भी Acidum Phosphoricum एक खास दवा है।
दोस्तों, इसके अलावा अगर हम बात करे जनरल वीकनेस कि अगर आपको बहुत ज्यादा शरीर में वीकनेस रहती है, उस कंडीशन में चाहे वो आपको शारीरिक थकान हो, चाहे वो आपको मानसिक थकान हो,
स्पेशली दोस्तों, आपको Acidum Phosphoricum लेनी चाहिए Acidum Phosphoricum में बहुत ही चमत्कारी रिज़ल्ट देती है। Acidum Phosphoricum स्पेशली जो वीकनेस होती है वो आपको मेंटल वीकनेस से शुरुआत होती है। उनका ऑडिशन में ऐसे बहुत ज्यादा अच्छा काम करती है।
शुरुआत में आपको मानसिक रूप से आप थकान आपको महसूस होती है। आपको किसी काम को करने में आपका मन नहीं लगता है तो उसके साथ साथ धीरे धीरे आपको शारीरिक थकान आना शुरू हो जाती है।
सारी थकान आएगी, तो आपको किसी काम करने में आपको सामर्थ्य नहीं रहेगा। आपको किसी काम में आपको इच्छा नहीं होती है। इसके अलावा दोस्तों, अगर आप किसी लंबी बिमारी से उठे हैं, बिमारी तो चली गई है, लेकिन आपके अंदर वीकनेस बहुत ज्यादा रह गई है।
यहां तक कि दोस्तों क्रोनिक इलनेस में और इसके साथ साथ दोस्तों, अगर अभी का जो माहौल चल रहा है, कुछ कोविड पेशेंट्स में भी, मैं कहूंगा दोस्तों अगर उनको बिमारी जाने के बाद में जो उनको थकान बहुत ज्यादा रहती है,
कई पेशंट्स आगे कंप्लेन करते हैं कि कोविड से तो वो रिकवर हो गए, लेकिन उनको बहुत ज्यादा बॉडी में थकान रहती है। उनको काम को करने में किसी में मन नहीं लगता है। उनकी शरीर में बिल्कुल भी शक्ति नहीं रहती है।
इस तरह की जो वीकनेस आ जाती है, उस कंडीशन में भी अपने एलोपैथी ट्रीटमेंट के साथ साथ ऐसी सपोरटिव आप Acidum Phosphoricum ले सकते हैं।
Acidum Phosphoricum के अलावा और भी कुछ मेडिसिन्स होती है जो की दी जाती है आपके सिम्पटम्स के आधार पर तो उसमें और अच्छे रिज़ल्ट देखने को मिलते हैं।
इसके अलावा दोस्तों अगर डाइअबेटिक पेशेंट जो होते है जिन लोगों को मधुमेह की बिमारी है उन लोगों को भी बहुत ज्यादा थकान महसूस होती है। बहुत ज्यादा वो थके थके फील होता है।
इस तरह के जो कंडीशन है डाइअबेटिक पेशेंट में स्पेशल अगर वीकनेस बहुत ज्यादा रहती है तो वहाँ पर भी Acidum Phosphoricum बहुत अच्छा काम करती है।
दोस्तों ये तो बात होगी कि Acidum Phosphoricum को कौन कौन सी पर्टिकुलर कुछ जगह पे जो मैंने आज आपको साथ में डिस्कस किया कि ऐसी कौन सी कंडीशन है जहाँ पर आप लेते है तो बहुत अच्छी रिज़ल्ट देखने को मिलते हैं।
Acidum Phosphoricum लेने का सही तरीका
अब हम बात करते हैं दोस्तों Acidum Phosphoricum को लेना किस तरह से और कौन सी मात्रा में लेना है और उसके अलावा इसको लेने का क्या प्रॉपर तरीका है ।
दोस्तों Acidum Phosphoricum इन सभी कंडीशन्स में Mother Tincture फॉर्म में काम में लिया जाता तो बहुत अच्छी उसके रिज़ल्ट देखने को मिलते हैं Acidum Phosphoricum Mother Tincture को लेने का जो तरीका होता है, बड़ा ही सिंपल है।
बड़ा ही आसान तरीका है इसको लेने के लिए आपको एक खाली खाली कप के अंदर आपको 10 बूंद Acidum Phosphoricum Mother Tincture की डालनी होती है। उसमें आधा कप गुनगुना पानी डालें। उसमें आप उसको धीरे धीरे आपको धीरे धीरे आप को पीना होता है।
इस तरह से आपको दिन में तीन बार लेना होता है यानी सुबह, दोपहर और शाम। दिन में तीन बार आधे कप गुनगुने पानी में 10-10 बूंद आप डाल के Acidum Phosphoricum Mother Tincture की आप ले सकते हैं।
तो उसको अब हम बात करते हैं क्या आपको अवेलेबल कहा होगा? अगर आपको इस तरह की कोई सिम्प्टम देखने को मिल रहा है तो Acidum Phosphoricum आपके आस पास में किसी भी नजदीकी होम्योपैथी स्टोर में जाएंगे तो आपको Acidum Phosphoricum Mother Tincture बड़ी आसानी से आपको अवेलेबल हो मिल जाएगा।
लेकिन दोस्तों जैसा कि मैं आपको हमेशा कहता हूँ आप कोई भी होम्योपैथी मेडिसिन लेते हैं। हमेशा अपने चिकित्सक की सलाह अनुसार लें तो बेहतर रहेगा। सेल्फ मेडिकेशन ना करें क्योंकि आपको कंडीशन को देखते हुए आपकी पूरी तरह से सिम्प्टम को देखते हुए ।
आपको किसी और मेडिसिन की जरूरत है या नहीं है। इसके साथ साथ में तो वो भी इसमें काम मिल ही जाती तो और अच्छे रिज़ल्ट देखने को मिलते हैं। इसलिए आप कोई भी मेडिसिन ले हमेशा अपने चिकित्सक की सलाह अनुसार ले।
खुद से कोई दवा ना ले, यह सिर्फ नॉलेज पर्पस के लिए है आप जो भी मेडिसिन ले रहे हैं वह अपने नजदीकी चिकित्सक के सलाह से ले