भारतीय जल सेना क्या है । Navy Kya Hota Hai
जैसा कि आपको पता ही होगा कि हमारे देश को सुरक्षित करने के लिए हमारे भारत देश को बचाने के लिए या दुश्मनों से लड़ने के लिए जल सेना, थल सेना और वायु सेना की आवश्यकता होती हैं ।
जिनमें से एक जल सेना है जिन्हें हम Navy भी कहते हैं और आज इस लेख में मैं आपको Navy को कैसे जॉइन करना है और Navy के विभिन्न विभिन्न कार्य और Navy के विभिन्न विभिन्न पोस्टों के बारे में भी बताऊंगा ।
अगर आप इस लेख को ध्यान से पढ़ते हैं तो मुझे नहीं लगता है कि मैंने Navy बनाने के दौरान सभी प्रक्रिया को वर्णन ना किया हो मैंने इस लेख में ने भी से संबंधित हर एक बातों को लिया है ।
Navy Officer बनने के लिए योग्यता क्या है
अगर आप देश के प्रति ड्यूटी और कमिटमेंट को अच्छी तरह समझते हैं। अगर आप में देशभक्ति का जज्बा इतना स्ट्रांग है कि आप देश के लिए सैक्रिफ़ाइस करने से पीछे नहीं हटना चाहते
और समुद्र के ऐडवेंचरस सफर को एन्जॉय करते हुए दुनिया को एक्स्प्लोर करना चाहते हैं, तो आप इंडियन Navy या Navy Officer बन सकते हैं।
Indian Navy में तीन तरह की पोज़िशन्स हुआ करती है
- Navy Officer
- Sailor
- Civilian
Indian Navy बनाने वालों में 10th क्लास पास कर चूके अभ्यार्थी भी शामिल होते हैं।
और 12th क्लास और Graduation कंप्लीट कर चूके अभ्यार्थी भी तो ऐसे में आपको कन्फ्यूजन ना हो, इसीलिए बता दें कि 10th क्लास पास करने के बाद Indian Navy Civilian की जॉब के लिए अप्लाई किया जा सकता है
और Indian Navy Sailor की जॉब के लिए 10th और 12th क्लास पास अभ्यार्थी अप्लाइ कर सकते हैं।
Sailor की कुछ जॉब्स पे Non Matric अभ्यार्थी भी अप्लाई कर सकते हैं और 10+2 क्लिअर करने के बाद प्रॉपर प्रोसीज़र फॉलो करके आप इंडियन Navy Officer भी बन सकते हैं।
भारतीय जल सेना कैसे बने। Navy Officer Kaise Bane
दोस्तों, आज के इस लेख में हम आपको Navy Officer बनने का प्रोसीज़र बताने वाले हैं सबसे पहले आपको ये बता देते हैं कि Navy Officer Recruitment से रिलेटेड सभी इम्पोर्टेन्ट इन्फोर्मेश्न्स
नेशनल और रीजनल न्यूस पेपर्स में आती है। इसीलिए आपको इसके लिए परेशान होने की बिल्कुल भी जरूरत नहीं है और आप Indian Navy की ऑफिशल वेबसाइट www.joinindiannavy.gov.in पर जाकर के भी वेकैंसी ज़ का पता लगा सकते हैं।
आपको बता दें कि Navy Officer सेलेक्शन कमिशन के लिए होता है।
- Permanent Commission
- Short Service Commission
Permanent Commission का मतलब है कि Navy Officer रिटायर होने तक Indian Navy में पोस्टेड रह सकते हैं।
जबकि Short Service Commission का मतलब है कि Navy Officer लिमिटेड टाइम पीरियड के लिए ही Indian Navy का हिस्सा रहेंगे, हालांकि 10 साल बाद उन्हें एक्स्टेन्शन के ऑप्शंस भी मिल जाते है।
Indian Navy Divisions
चलिए अब आपको बताते हैं कि Indian Navy में कौन से डिफ़रेंट डिविजन्स में अप्लाई किया जा सकता है। ये डिविजन्स है ब्रांच शामिल होती है।
Divisions
- Executive
- Engineering
- Electric
- Education
- Medical
- Executive Division
- General Service Officer
- Hydrographic Officer
- Naval Armament Inspection Officer
- Provost Officer
- Pilot Officer
- Observer Officer
- Submarine Officer
- Diver Officer
- Law Officer
- Logistics Officer
- Information Technology
- Engineering Division
- Engineering
- General Services
- Submarine Engineering
- Electrical Division
- Underwater Weapons
- Radar & Radio Communication
- Missile Systems
- Computer Controlled Machinery
Education Division यंगस्टर्स को ट्रेन करके कुछ Navy Officer के तौर पर तैयार करता है और Medical Division सर्विसमैन और उनकी फैमिली ज़की बेहतर हेल्थ के लिए रिस्पॉन्सिबल होता है।
Navy Officer बनने के लिए कौन कौन से तरीके है
Indian Navy के इन डिविजन्स के बारे में जान लेने के बाद आप जानते हैं कि Navy Officer बनने के कौन कौन से ऑप्शन्स होते है। Indian Navy के अलग अलग ब्रान्चेस में Navy Officer की जॉइनिंग के लिए कई सारे स्कीम्स होती है।
#1 पहेली है यूनियन पब्लिक सर्विस कमिशन यानी की UPSC Entries, #2 दूसरी है Direct Entries यानी की परमानेंट कमिशन फॉर अंडर ग्रैजुएट लेवल एंट्री, #3 तीसरी है,
Direct Entries परमानेंट कमिशन फॉर ग्रैजुएट लेवल एंट्री और #4 चौथा है Indian Navy एंट्रेन्स टेस्ट यानी कि INET परमानेंट कमिशन और शॉर्ट सर्विस कमिशन फॉर ग्रैजुएट लेवल एंट्रीज़ आइए इनके बारे में एक एक करके जानते हैं, #1 First Scheme है UPSC Entries, इसमें चार एंट्री होती है।
- Combine Defence Service Examination (CDSE)
- National Defence Academy (Navy)
- National Defence Academy (Naval Academy)
- NCC
Combine Defence Service Examination ( CDSE ) एंट्री में UPSC के द्वारा रिटर्न एग्ज़ैम कन्डक्ट किया जाता है, जिसके बाद SSB यानी की सर्विस सेलेक्शन बोर्ड, इंटरव्यू और मेडिकल टेस्ट होता है।
इसके बाद UPSC मेरिट लिस्ट जारी करती है और सक्सेसफुल अभ्यार्थी नेवल ओरिएंटेशन कोर्स यानी कि NOC के लिए नेवल अकैडमी जौन कर लेते हैं, UPSC साल में दो बार ये एग्ज़ैम कन्डक्ट करती है।
इस एग्ज़ैम के लिए अप्लाइ करने के लिए अभ्यार्थी के पास इंजीनियरिंग में बैचलर डिग्री होनी चाहिए और आगे National Defence Academy (Navy) और National Defence Academy ( Naval Academy ) एंट्री इसमें UPSC रिटन एग्जाम कंडक्ट करती है, जो 2 साल में दो बार होता है,
जिसके बाद SSB इंटरव्यू, Medical टेस्ट और Merit लिस्ट तैयार होती है, इस एग्ज़ैम के लिए एलिजिबल होने के लिए 10+2 PCM से क्लियर करना ज़रूरी है और 12th स्टैंडर्ड में पढ़ रहे अभ्यार्थी भी इस एग्ज़ैम के लिए एलिजिबल होते हैं।
NCC Entry में कोई रिटन टेस्ट नहीं होता है, बल्कि डायरेक्ट SSB इंटरव्यू होता है, जिसके बाद Medical एग्ज़ैमनेशन होता है और All India Merit के बेस पर अभ्यार्थी को जॉइनिंग दी जाती है।
ऐसे University Graduate जिनके पास NCC के C सर्टिफिकेट में Minimum B Grading और ग्रैजुएशन में 50% मार्क्स हो वो Indian Navy में रेग्युलर कमिशन Navy Officer के तौर पर अपॉइंट हो सकते हैं।
उन्हें Written टेस्ट नहीं देना पड़ता है और केवल SSB इंटरव्यू के बेस पर उनका सेलेक्शन हो जाता है, NCC सर्टिफिकेट होल्डर्स एग्जीक्यूटिव ब्रांच पे शॉर्ट सर्विस कमिशन के लिए भी अप्लाई कर सकते हैं, इसके लिए उनका साइंस ग्रैजुएट होना जरूरी है, जिसमें फिजिक्स और मैथ्स सब्जेक्ट हो।
अब चलते हैं दुसरी #2 स्कीम पर जो है Direct Entry यानी की परमानेंट कमिशन फॉर अंडर ग्रैजुएट लेवल एंट्री, इसमें 10+2 यानी कि B Tech एंट्री आती है,
इस एंट्री के लिए एलिजिबल होने के लिए आपके 12th क्लास में PCM सब्जेक्ट्स में 70% मार्क्स होने चाहिए और 10th – 12th क्लास में इंग्लिश सब्जेक्ट में 50% मार्क्स होने जरूरी हैं।
इसके अलावा आपका JEE Mains क्लियर होना भी जरूरी है, BE और B-tech Curriculum के लिए JEE Mains ऑल इंडिया रैंक के बेस पर SSB के लिए अभ्यार्थी को शॉर्टलिस्ट किया जाता है
और SSB के बाद मेरिट लिस्ट के बेस पर सिलैक्ट हुए अभ्यार्थी को 4 साल के b.tech कोर्स के लिए नेवल अकैडमी भेजा जाता है, और कोर्स के कंप्लीट होने के बाद उन्हें Indian Navy की इलेक्ट्रिकल और एंजिनीरिंग ब्रान्चेस में परमानेंट कमिशन ग्रांट कर दी जाती है।
अब बात करते हैं तीसरी #3 स्कीम की, जो है Direct Entry यानी कि परमानेंट कमिशन फॉर ग्रैजुएट लेवल एंट्रीज़ इसमें ये एंट्री आती है Sports, Musician और Law
Sports और Musician एंट्री इसके लिए Preliminary Scanning की जाती है, जिसके बाद SSB इंटरव्यू होता है और मेडिकल एग्जामिनेशन के बाद All India मेरिट के बेस पर जॉइनिंग होती है।
जबकि Law एंट्री के लिए Law में डिग्री होनी चाहिए, जिसमे 55% मार्क्स होने जरूरी हैं और अब जानते हैं #4 चौथा स्कीम जो है Indian Navy एंट्रेंस टेस्ट यानी की ( INET ) परमानेंट कमिशन और शॉर्ट सर्विस कमिशन फॉर ग्रैजुएट लेवल एंट्रीज़ ये टेस्ट इन पोज़िशन्स के लिए कन्डक्ट किया जाता है।
- Pilot (MR)
- Pilot (NMR)
- Observer
- Air Traffic Control (ATC)
- General Service – Executive
- Hydro
- General Service (Technical – Electrical &
- Engineering)
- Naval Architect
- Information Technology
- Logistics
- Education
- NAIC
तो ये टेस्ट परमानेंट कमिशन यानी PC और शॉर्ट सर्विस कमीशन यानी SSC के लिए कंडक्ट किया जाता है और ये साल में दो बार कन्डक्ट किया जाता है।
INET कंप्यूटर बेस रिटर्न एग्जाम होता है, जिसकी ड्यूरेशन 2 घंटे होती है, इसमें 100 मल्टिपल चुनाव वाले क्वेश्चन्स होते हैं, जो चार सेक्शन्स यानी इंग्लिश रीज़निंग और न्यूमेरिकल एबिलिटी, जनरल नॉलेज और जनरल साइंस और मैथमैटिकल ऐप्टिट्यूड में से आते हैं।
अभ्यार्थी को इन चारों सेक्शन्स में सेपरेटली मिनिमम 40% मार्क्स लाने जरूरी होते हैं, इस एग्जाम में शॉर्टलिस्टेड अभ्यार्थी का SSB इंटरव्यू होता है, जिसके बाद मैरिट बेस पर जॉइनिंग दी जाती है।
Navy में Non UPSC Entry
इनके अलावा UES और SNAES स्कीम्स भी होती है, जो नॉन यूपीएससी एंट्री होती है, तो आइए इनके बारे में भी थोड़ी सी जानकारी ले लेते हैं।
- UES (University Entry Scheme)
- SNAES (Special Naval Architect Addressing)
UES यानी यूनिवर्सिटी एंट्री स्कीम, जिसमें Indian Navy की टेक्निकल ब्रान्चेस और कैडर्स में फाइनल ईयर इंजीनियरिंग स्टूडेंट्स को अपॉइंट किया जाता है। इसके लिए इंडिया के इंजीनीरिंग कॉलेज एस का विजिट करके अभ्यार्थी को शॉर्टलिस्ट किया जाता है।
ऐसे अभ्यार्थी SSB इंटरव्यू और मेडिकल टेस्ट क्लियर करने के बाद ऑल इंडिया मेरिट के बेस पर अपॉइंट किए जाते हैं।
आगे SNAES यानी स्पेशल नेवल आर्किटेक्ट एंट्री स्कीम की बात करें तो इस स्कीम में Indian Navy की इंजीनियरिंग ब्रांच के नेवल आर्किटेक्चर में 45 नेवल आर्किटेक्ट Navy Officer की जॉइनिंग की जाती है।
इसके लिए आइआइटी खड़गपुर, आइआइटी चेन्नई, कोचीन यूनिवर्सिटी ऑफ साइन्स एंड टेक्नोलॉजी और आंध्र यूनिवर्सिटी को विज़िट करती है।
इन यूनिवर्सिटीज़ में से b.tec यानी की नेवल आर्किटेक्चर पोर्स कन्डक्ट किया जाता है, यहाँ नेवल टीम कैंपस इंटरव्यू के जरिए अभ्यार्थी को select करती है, जिन्हें मेडिकल एग्ज़ैमनेशन में fit डिक्लेर होने के बाद ट्रेनिंग के लिए सिलैक्ट कर लिया जाता है।
इन स्कीम्स के बाद आपको ये भी बता दें कि SSB इंटरव्यू दो स्टेजेस में कंप्लीट होता है।
पहली चरण में Intelligence Test, Picture Perception and Discussion Test और दुसरे चरण में Psychological Testing, Group Testing और Interview होता है।
SSB के बाद अभ्यार्थी का मेडिकल एग्ज़ैमनेशन होता है क्योंकि सिर्फ ऐसे अभ्यार्थी ही अकैडमी join कर सकते हैं जिन्हें मेडिकल बोर्ड फिट डी क्लियर कर दे और इस तरह इन सभी स्टेप्स को फॉलो करके Navy Officer के तौर पर अपॉइंट हुआ जा सकता है।
Navy Officer Kaise Bane Girl
आपको ये भी पता होना चाहिए की Girls Navy Officer को शॉर्ट सर्विस कमीशन Navy Officer के तौर पर Law, Logistics, ATC, Observer ( Aviation ) , Naval Architect, Education ब्रान्चेस में अपॉइंट किया जाता है ।
और अब परमानेंट कमिशन में भी लॉ एजुकेशन और नेवल आर्किटेक्चर कैडर में Girls Navy Officer को जॉइनिंग दी जाने लगी है।
मैं आपको ये भी बता देते हैं कि Indian Navy में Boy ऐंड Girls Navy Officer दोनों के लिए सर्विस कंडीशन एक होती हैं तो दोस्तों इस तरीके से Navy Officer के तौर पर जॉइन करने का प्रोसीज़र हमने इस लेख के जरिये आपके साथ शेयर किया है
और जानकारी आपको कैसी लगी? कॉमन्स बॉक्स में लिख कर के जरूर शेयर कीजियेगा।
Navy और Navy Officer से जुड़ा कुछ महत्वपूर्ण प्रश्न
Navy Ki Salary Kitni Hoti Hai
Navy Ki Salary 25,000 -2,50,000 तक हो सकती है यह Navy पद पे निर्भर होता है। अगर आपने भी ज्वाइन करते हो तो आपकी न्यूनतम Salary 25,000 होगी अगर आप किसी बड़े पद पर नियुक्त होते हो तो आपकी Salary इससे ज्यादा भी हो सकती है ।
Indian Navy Mr Kya Hota Hai
Indian navy में Sailor के Rank पर 10th पास अभ्यार्थी के जो की भर्तियां आती है, उसका नाम Navy MR होता है MR का Full Form – Navy Matric Recruit होता है Indian Navy Mr के कुछ पद का नाम – Chef (MR) Steward (MR) Sanitary Hygienist (MR)
Merchant Navy Kya Hai
Merchant Navy नाम भले ही Indian Navy से मिलता जुलता है लेकिन यह Indian Navy का हिस्सा बिल्कुल भी नहीं है Merchant Navy या नेवल इंजीनियरिंग को मूल रूप से व्यवसाय जहाजों का बेडा कहा जाता है । जिसमें समुद्री यात्री जहाज, मालवाहक जहाज, तेल टैंकर, रेजिरेटेडशन शिप आते हैं ।
Merchant Navy Ki Salary Kitni Hoti Hai
Merchant Navy Ki Salary 25,000 रुपए प्रति महीने से लेकर 20 लाख रुपए तक प्रति महीने तक हो सकती है सैलरी का बदलना उनके कौशल और अनुभव पर निर्भर करता है ।
Merchant Navy Sarkari Hai Ya Private
Merchant Navy सरकारी (Government) नौकरी है या निजी (Private) है, Merchant Navy सरकारी और निजी दोनों तरह की नौकरी है । यदि आप भारतीय नौवहन निगम (SCI) के लिए काम करते हैं, तो आप एक सरकारी कर्मचारी के रूप में काम करते हैं। SCI के अलावा, अन्य कंपनियां निजी संस्थाएं हैं।
Navy SSR Kya Hota Hai
Navy SSR भारतीय नौसेना में Sailors की कई प्रकार की भर्तियां हैं जिनमें से एक SSR भी है, SSR का Full Form – Senior Secondary Recruit इस भर्ती के लिए नौजवान 12th के बाद आवेदन कर सकते है।