संस्कृत में प्रार्थना पत्र कैसे लिखें

विद्यार्थियों आज इस लेख में मैं आप लोगों को संस्कृत में आवेदन पत्र बताने वाला हूं वह भी आसान से आसान भाषा में और आसान से आसान शब्दों में, इस प्रकार का संस्कृत में आवेदन पत्र बनाया गया है जिन्हें आप आसानी से भी याद कर सकते हैं।
और मैं आपको उसमें बदलाव करना भी बातलाने वाला हूं ताकि आप अपने अनुसार संस्कृत में आवेदन पत्र में बदलाव कर सकें जैसे कि 3 दिन की छुट्टी के लिए, 5 दिन की छुट्टी के लिए, बहन की शादी के लिए, शुल्क मुक्ति इत्यादि पर आप बदलाव कर सकेंगे।
सबसे पहले आप यह संस्कृत में आवेदन पत्र को देख ले जिसमें 3 दिन की छुट्टी के लिए संस्कृत में आवेदन पत्र लिखा गया है अगर आप 3 दिनों की छुट्टी के लिए संस्कृत में आवेदन पत्र लिखना चाहते हैं, तो आप इसे लिख सकते हैं।
संस्कृत में आवेदन पत्र

नीचे में दिए गए संस्कृत में आवेदन पत्र यह भाई की शादी में 2 दिनों के लिए जो पटना बराती जाने वाली है उन पर लिखा गया है नीचे आपको बदलाव करने का तरीका और बदलाव करके कुछ संस्कृत में आवेदन पत्र बताया गया है आप वहां से समझ सकते हैं या आप चाहे तो वही आवेदन पत्र लिख सकते हैं।
सेवायाम्
परीक्षा भवनम्
तिथिः –
प्राधानाचार्यः महोदयः
(+2 रोसरा उच्च विद्यालय , रोसरा )
महाशयः
सविनयं निवेदनम् अस्ति यत् मम् भ्रातुः विवाहः श्वः भविष्यति। वरयात्रा पटनानंगरम् गमिष्यति । अतः मह्यं दिनद्वयस्य अवकांश प्रदाय भवन्तः अनुगृहणन्तु ।
सधन्यवादनम् ।
भवदीयः छात्रः / छात्राः
नामः -अमन कुमार
चलिए इसमें कुछ स्थिति के अनुसार संस्कृत में आवेदन पत्र में बदलाव करते हैं ताकि आप अपने अनुसार संस्कृत में आवेदन पत्र में बदलाव कर सकें।
5 दिन की छुट्टी के लिए आवेदन पत्र संस्कृत में
प्रिय छात्रों, जब हमे 5 दिन की छुट्टी के लिए आवेदन पत्र संस्कृत में लिखना है तो मैं कुछ स्थानों पर बदलाव करना होगा जैसा कि विद्यालय का नाम, छुट्टी लेने का कारण और कितने दिनों के लिए छुट्टी ले रहे हैं इन स्थानों पर हमें बदलाव करना है।
तो आइए हम आपको 5 दिन की छुट्टी के लिए आवेदन पत्र संस्कृत में बताते हैं सबसे पहला और आसान है विद्यालय का नाम “+2 रोसरा उच्च विद्यालय , रोसरा” आपको इनमें बदलाव करना है वहां पर आप अपने विद्यालय का नाम दे।
उसके बाद हमें छुट्टी लेने का कारण में बदलाव करना होगा जैसे कि भ्रातुः विवाहः इसका मतलब होता है कि “भाई का विवाह” आप चाहे तो “बहन का विवाह” भगिनी विवाह संस्कृत में लिख सकते हैं।
तो आप कहीं जा रहे हैं तो वहां का जगह का नाम जरूर इसमें जुड़ा होगा तो आपको वहां पर भी बदलाव करना है जैसे कि आवेदन पत्र में “पटनानंगरम्” लिखा है तो आप वहां पर आप जहां जा रहे हैं उस जगह का नाम लिख दें आप सीधे हिंदी में भी लिख सकते हैं।
और उसके बाद आप कितने दिनों के लिए छुट्टी लेना चाहते हैं तो वह आप “दिनद्वयस्य” मतलब 2 दिन, उसके स्थान पर आप “3 दिन” त्रयः दिवसाः या “5 दिन” पञ्च दिवसाः लिख दें।
सेवायाम्
परीक्षा भवनम्
तिथिः –
प्राधानाचार्यः महोदयः
(+2 रोसरा उच्च विद्यालय , रोसरा )
महाशयः
सविनयं निवेदनम् अस्ति यत् मम् भ्रातुः विवाहः श्वः भविष्यति। वरयात्रा पटनानंगरम् गमिष्यति । अतः मह्यं पञ्च दिवसाः अवकांश प्रदाय भवन्तः अनुगृहणन्तु ।
सधन्यवादनम् ।
भवदीयः छात्रः / छात्राः
नामः -अमन कुमार
इस प्रकार कुछ बदलाव करने के बाद आपका 5 दिन की छुट्टी के लिए आवेदन पत्र संस्कृत में कुछ इस प्रकार हो जाएगा, इसमें भाई की शादी में 5 दिनों के लिए जो पटना से बराती जाने वाली है उन पर लिखा गया है बहन के लिए नीचे बताया गया है।
3 दिन की छुट्टी के लिए आवेदन पत्र संस्कृत में
3 दिन की छुट्टी के लिए आवेदन पत्र संस्कृत में कुछ खास बदलाव नहीं करने है जैसा कि आप लेखक को सही से पढ़े होंगे तो आपको पता चला होगा कितना आसान है बदलाव करना।
3 दिन की छुट्टी के लिए आवेदन पत्र संस्कृत में, इसके लिए सबसे पहले आपको विद्यालय का नाम, छुट्टी लेने का कारण, जगह स्थान इनमें बदलाव कर लेना है जो कि मैं ऊपर अच्छे से समझाएं है।
अब आपको जितने दिनों के लिए छुट्टी लेना चाहते हैं तो आप “दिनद्वयस्य” मतलब 2 दिन, उसके स्थान पर आप “3 दिन” त्रयः दिवसाः लिख दें। उसके नीचे आप अपना नाम और तिथि, कक्षा और कुछ जानकारी देने के बाद आपका संस्कृत में आवेदन पत्र पूरा हो जाएगा।
बहन की शादी के लिए संस्कृत में प्रार्थना पत्र
बहन की शादी के लिए संस्कृत में प्रार्थना पत्र में भी थोड़ी बहुत बदलाव करना है अगर आप लेट को सही से पढ़ लेते हैं तो आप बहन की शादी के लिए संस्कृत में प्रार्थना पत्र आसानी से लिख सकते हैं लेकिन मैं फिर भी आपको एक बार बदलाव करके दिखा और समझा देता हूं।
जैसा कि आपको पता है कि सबसे पहले जो संस्कृत में आवेदन पत्र उसमें बदलाव कर रहे हैं तो उसमें आपको सबसे पहले अपना विद्यालय का नाम में बदलाव कर लेना है।
उसके बाद आप भ्रातुः विवाहः इसका मतलब होता है कि “भाई का विवाह” वहां पर आप “बहन का विवाह” भगिनी विवाह संस्कृत में लिख सकते हैं जैसा कि आपको पता है कि लड़की की शादी में बराती आते हैं इसलिए “वरयात्रा पटनानंगरम् गमिष्यति” के स्थान पर “10/10/2023 दिनाङ्के रात्रौ बाराती आगन्तुं गच्छति” 10/10/2023 पर आप अपनी दिनांक लिख सकते हैं।
और उसके बाद आपको बहन की शादी के लिए कितने दिनों के लिए छुट्टी लेना है इसके लिए “दिनद्वयस्य” मतलब 2 दिन, उसके स्थान पर आप “3 दिन” त्रयः दिवसाः या “5 दिन” पञ्च दिवसाः लिख सकते हैं।
उसके बाद अपनी थोड़ी बहुत जानकारी नीचे लिखकर जैसे कि अपना कक्षा और दिनांक अपना नाम और पापा या मम्मी का नाम लिख दे और आपका संस्कृत में आवेदन पत्र तैयार हो जाएगा।
सेवायाम्
परीक्षा भवनम्
तिथिः –
प्राधानाचार्यः महोदयः
(+2 रोसरा उच्च विद्यालय , रोसरा )
महाशयः
सविनयं निवेदनम् अस्ति यत् मम् भ्रातुः विवाहः श्वः भविष्यति। 10/10/2023 दिनाङ्के रात्रौ बाराती आगन्तुं गच्छति । अतः मह्यं पञ्च दिवसाः अवकांश प्रदाय भवन्तः अनुगृहणन्तु ।
सधन्यवादनम् ।
भवदीयः छात्रः / छात्राः
नामः -अमन कुमार
इसमें बहन की शादी में 5 दिनों के लिए जो 10/10/2023 को बराती आने वाली है उन पर लिखा गया है।
अगर आप अध्यापक को आवेदन पत्र देना है तो प्राधानाचार्यः महोदयः लिखे रहने दे या आप किसी शिक्षक को देना चाहते हैं महोदयः सिर्फ रहने दे।
आप चाहे तो इसके अलावा भी किसी अन्य स्थिति पर संस्कृत में आवेदन पत्र लिखवा सकते हैं उसके लिए बस आपको करना क्या है हमें व्हाट्सएप पर मैसेज करना है और बता देना है कि आप किस स्थिति पर संस्कृत में आवेदन पत्र लिखना चाहते हैं तो मैं आपको सिर्फ 5 से 10 मिनट के अंदर में संस्कृत में आवेदन पत्र लिखकर दे दूंगा।
संस्कृत में प्रार्थना पत्र शुल्क मुक्ति पर
संस्कृत में प्रार्थना पत्र शुल्क मुक्ति के लिए प्रधानाचार्य के पास संस्कृत में आवेदन पत्र जिसमें कक्षा 11वीं के छात्र अपने किसान पिता के तबीयत खराब होने के कारण फेस देने में समस्या के ऊपर लिखा गया।
अगर आप शुल्क मुक्ति के लिए कोई और कारण देना चाहते हैं और उनके लिए आवेदन पत्र लिखना चाहते तो आप हमें व्हाट्सएप पर संपर्क कीजिए और अपना कारण या अपना आवेदन पत्र मुझे बताइए हम उनको संस्कृत में बदल कर दे देंगे।
सेवायाम्
परीक्षा भवनम्
प्राधानाचार्यः महोदयः
(+2 रोसरा उच्च विद्यालय , रोसरा )
विषय : शुल्क माफी हेतु प्रधानाध्यापक को आवेदन पत्र
महोदयः,
विनम्र निवेदन। यत् अहं आनन्द पब्लिक स्कूलस्य ११ कक्षायाः छात्रः अस्मि। मम पिता कृषकः अस्ति। केनचित् प्रकारेण मम अध्ययनस्य, गृहस्य परिचर्यायाः च उत्तरदायित्वं सः स्वीकृतवान् आसीत् । परन्तु कतिपयदिनानि पूर्वं सः केनचित् रोगैः पीडितः आसीत् । यस्मात् इदानीं सः किमपि कार्यं कर्तुं न शक्नोति। सः च मम विद्यालयशुल्कं दातुं न शक्नोति।
अहं भवन्तं सूचयितुम् इच्छामि यत् अहं विद्यालयसम्बद्धेषु कार्येषु अतीव उत्तमं प्रदर्शनं कृतवान् अस्मि। अहं च कक्षायां प्रथमं तिष्ठामि। मम शुल्कं सम्पूर्णतया माफं कर्तुं विनयेन प्रार्थयामि। यस्मात् कारणात् अहम् अग्रे अध्ययनं कर्तुं शक्नोमि। अहं भवतः बहु कृतज्ञः भविष्यामि।
आज्ञाकारी शिष्यः
अमन कुमार
कक्षा –